रूस ने नाकाबंदी नहीं हटाई तो भूख से मर सकते हैं लाखों लोग, बोले यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की

यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने कहा है कि रूसी नाकाबंदी के कारण लाखों लोग भूखे मर सकते हैं। उन्होंने कहा है कि यूक्रेन के काला सागर पोर्ट पर रूसी नाकाबंदी के कारण लोगों की भूख से मौत हो सक

यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने कहा है कि रूसी नाकाबंदी के कारण लाखों लोग भूखे मर सकते हैं। उन्होंने कहा है कि यूक्रेन के काला सागर पोर्ट पर रूसी नाकाबंदी के कारण लोगों की भूख से मौत हो सकती है। उन्होंने बताया है कि दुनिया भयंकर खाद्य संकट के कगार पर है क्योंकि यूक्रेन बड़ी मात्रा में गेहूं, मक्का, तेल और अन्य उत्पादों का निर्यात करने में असमर्थ रहा है जिसने ग्लोबल मार्केट में स्थिर भूमिका निभाई थी।

जेलेंस्की ने बताया है कि दुर्भाग्य से दुनिया भर के दर्जनों देशों में उत्पादों की कमी हो सकती है। यदि काला सागर पर व्लादिमीर पुतिन सरकार की नाकाबंदी जारी रहती है तो लाखों लोग भूखे मर सकते हैं।

यूक्रेन युद्ध के कारण बढ़ती जा रही है अनाज की कीमत

रूस ने करीब 15 सप्ताह के युद्ध में यूक्रेन के तट के बड़े हिस्से पर कब्जा कर लिया है और उसके युद्धपोत ब्लैक एंड अज़ोव सीज़ को नियंत्रित कर रहे है। इसके कारण यूक्रेन का कृषि निर्यात अटका हुआ है जिससे अनाज की लागत बढ़ती जा रही है। यूक्रेन और पश्चिमी देशों ने मास्को पर खाद्य आपूर्ति को हथियार बनाने का आरोप लगाया है वहीं रूस का कहना है कि समुद्र में रखी गई यूक्रेन की खदानें और मॉस्को पर अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंध इसके लिए जिम्मेदार हैं।

यूक्रेन ने किया था 6 मिलियन टन अनाज का निर्यात

नाकाबंदी के लिए रूस को दोषी ठहराते हुए जेलेंस्की ने कहा कि जब हम स्वतंत्रता की रक्षा के तरीकों की तलाश कर रहे हैं, तो कोई दूसरा इसे नष्ट कर रहा है। एक अन्य व्यक्ति भूख से दुनिया को ब्लैकमेल करना जारी रखता है। बता दें कि 24 फरवरी को रूस द्वारा आक्रमण शुरू किए जाने से एक महीने पहले यूक्रेन ने 6 मिलियन टन अनाज का निर्यात किया था।

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