धरती बचाने को इस कारोबारी ने दान कर दी पूरी दौलत, कहा- जलवायु पर खतरा है
चौनार्ड ने जलवायु परिवर्तन से लड़ने के प्रयास के लिए लगभग 50 साल पहले शुरू किए गए अपने पूरे व्यवसाय को दान देने का फैसला किया है। चौनार्ड के निर्णय में पत्नी और उनके दो वयस्क बच्चे भी शामिल हैं।
वैसे तो बिजनेसमैन और अमीर लोगों द्वारा दान किए जाने के तमाम मामले सामने आते रहते हैं लेकिन एक अमेरिकी दिग्गज बिजनेसमैन द्वारा दान का सबसे अनोखा मामला सामने आया है। इस बिजनेस मैन ने अपनी पचास साल पुरानी कंपनी दान कर दी और कहा कि धरती खतरे में है इसे बचाओ। उन्होंने अपनी कंपनी के सारे राजस्व को जलवायु संकट से निपटने के लिए दान में दे दिया।
50 साल पहले शुरू हुई थी कंपनी
दरअसल, कपड़ों की अमेरिकी रिटेलर कंपनी पेटागोनिया के संस्थापक यवोन चौनार्ड ने यह कारनामा किया है। चौनार्ड ने जलवायु परिवर्तन से लड़ने के प्रयास के लिए लगभग 50 साल पहले शुरू किए गए अपने पूरे व्यवसाय को दान देने का फैसला किया है। चौनार्ड के साथ उनकी पत्नी और उनके दो वयस्क बच्चों ने परिधान कंपनी में अपनी सारी को दान करने का ऐलान किया है।
कंपनी के सभी कॉर्पोरेट राजस्व का ऐलान
न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक इस पेटागोनिया कंपनी की कीमत लगभग 3 बिलियन डॉलर है। एक आधिकारिक बयान के मुताबिक कंपनी के सभी कॉर्पोरेट राजस्व को जलवायु संकट से निपटने, जैव विविधता की रक्षा करने और जंगली भूमि की रक्षा के लिए काम करने वाली पहल और समूहों को दान किया जाएगा।
चौनार्ड बोले- अब धरती एकमात्र शेयरधारक
खुद चौनार्ड ने अपने निर्णय पर कहा कि अब सिर्फ धरती हमारा एकमात्र शेयरधारक है। चौनार्ड द्वारा लिखे एक पत्र को पेटागोनिया की अधिकारी वेबसाइट पर पोस्ट किया गया है। उन्होंने लिखा कि खतरे में चल रहे इस फलते-फूलते ग्रह की कोई उम्मीद अगर हमारे पास है और हमारे पास संसाधन हैं तो हम सभी को वह करना होगा जो हम कर सकते हैं। और यही हम कर सकते हैं।
‘लेकिन यह भी पर्याप्त नहीं है’
हालांकि उन्होंने आगे कहा कि हम पर्यावरण संकट को दूर करने के लिए अपनी पूरी कोशिश कर रहे हैं, लेकिन यह पर्याप्त नहीं है। हमें इस संकट से लड़ने में अधिक पैसा लगाने का एक तरीका खोजने की जरूरत है। हमारे पास एक विकल्प पेटागोनिया को बेचना और दान करना था। वहीं कंपनी ने अपने एक बयान में कहा कि वर्तमान कारोबार सौ मिलियन डॉलर के बराबर है और अब हर साल यह पूरी राशि दान की जाएगी।