मौसम का हाल:दिसंबर अंत में पड़ती है कड़ाके की सर्दी पर इस साल गर्मी, रात का पारा 19 डिग्री तक

पारा सामान्य से 5 से 7 डिग्री तक ज्यादा इसलिए ठंड गायब छत्तीसगढ़ में दिसंबर के आखिरी दिनों में राजधानी सहित प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में कड़ाके की ठंड पड़ने का ट्रेंड है। पिछले एक दशक में हर साल दिसंबर में 20 तारीख के बाद ही सबसे ज्यादा ठंड पड़ती है। तापमान सामान्य से 5 से 7 डिग्री तक नीचे चला जाता है। ये स्थिति शीतलहर वाली रहती है। इस साल आखिरी दिनों में बंगाल की खाड़ी में बने सिस्टम ने सर्दी का पूरा समीकरण बिगाड़ दिया। 18 दिसंबर के बाद मौसम बदल गया है। ठिठुराने वाली ताे दूर सामान्य ठंड भी नहीं पड़ रही है। रात का न्यूनतम तापमान सामान्य से नीचे जाने की बजाय रोज 5 से 7 डिग्री तक ज्यादा रिकाॅर्ड किया जा रहा है। पिछले 11 दिनों से यही स्थिति है। इस वजह से ठंड लगभग गायब सी है। अब चूंकि बंगाल की खाड़ी का सिस्टम आगे बढ़ गया है, इस वजह से नए साल से ठंड शुरू होगी। एक्सपर्ट व्यू – डॉ. गायत्री वाणी कांचिभ, मौसम विज्ञानी, रायपुर 16 के बाद खाड़ी में सिस्टम बनने से बढ़ा तापमान छत्तीसगढ़ में इस साल हालात ट्रेंड के उलट है। इसकी वजह बंगाल की खाड़ी में बना सिस्टम है। प्रदेश में 16 दिसंबर तक जब अच्छी ठंड पड़ी। उसी दाैरान खाड़ी में सिस्टम बनना शुरू हुआ। इससे समुद्र से नमी वाली हवा का प्रवाह छत्तीसगढ़ में शुरू हाे गया। नमी के कारण आसमान में बादल छाने लगे। इससे रात का तापमान बढ़ने लगा और पूरे प्रदेश से ठंड गायब हो गई। बादलों की वजह से न्यूनतम तापमान सामान्य से पांच से सात डिग्री और कहीं कहीं नौ डिग्री तक ऊपर चला गया। अभी भी पारा नार्मल से चार-पांच डिग्री ज्यादा है। खाड़ी में बना सिस्टम खत्म हो गया है, लेकिन उसका प्रभाव बना हुआ है। नमी खत्म होने और शुष्क हवा सक्रिय होने में एक-दो दिन लगेंगे। 31 दिसंबर तक मौसम पूरी तरह साफ हो जाएगा। नए साल यानी 1 जनवरी से शुष्क हवा के प्रभाव से एक बार फिर ठंड शुरू होगी। दिसंबर शीतलहर या फिर ठंड की स्थिति नियमित नहीं रहती। ठंड का एक-दो स्पैल आता है। जैसे शुरुआत के कुछ दिनों में अच्छी ठंड पड़ेगी।