सावधान इंडिया देख रची साजिश, तीसरी वारदात के बाद पकड़ाया:कथित तांत्रिक ने गंगाजल में साइनाइड देकर दो को मारा, पीएम में वजह हार्टअटैक आई
रायपुर-धमतरी के तीन युवकों मौत की पड़ताल में तीन महीने बाद खुलासा हुआ है। दुर्ग धनोरा के कंप्यूटर सेंटर संचालक 37 साल के सुखवंत साहू ने उनकी हत्या की है। खुद को नोटों की बारिश कराने वाला तांत्रिक बताने वाले सुखवंत ने हत्या की साजिश टीवी सीरियल सावधान इंडिया देखकर रची। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि उसने एक एपिसोड में देखा था कि सायनाइड से एक युवक तीन लोगों की हत्या करता है। इससे मुंह से झाग नहीं आता व हत्या की पुष्टि नहीं होती। उसने रायपुर के दो लोगों को तंत्र पूजा का झांसा दिया। उनसे डेढ़-डेढ़ लाख ऐंठे। जब उसका कहा सच नहीं हुआ ताे दोनों ने पैसे मांगना शुरू किए तो उन्हें अलग-अलग दिन गंगाजल में साइनाइड मिलाकर पिला दिया, जिससे उनकी मौत हो गई। पुलिस ने दोनों का पोस्टमार्टम कराया। इसमें डॉक्टर ने मौत की वजह हार्ट अटैक बताई। पुलिस सामान्य मौत मानकर जांच करती रही। हालांकि दोनों का बिसरा जांच के लिए फोरेंसिक लैब भेज दिया गया था। इसी दौरान सुखवंत ने तीसरे साथी की धमतरी में पीट-पीटकर हत्या कर दी। शव को सुनसान जगह पर फेंककर भाग गया। धमतरी पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू की। इसमें दुर्ग के सुखवंत का मोबाइल नंबर निकला। यही नंबर अभनपुर और नवा रायपुर में मिला। डेढ़ साल में एक ही नंबर मर चुके तीनों के कॉल डिटेल में आया। खातों में लेन-देन दिखाई दिया। इसी नंबर से पुलिस का शक गहरा हो गया। तब तकनीकी जांच के बाद रायपुर पुलिस ने सुखवंत को हिरासत में लिया। उससे लंबी पूछताछ की। उसने तीनों हत्या की बात कबूल कर ली, लेकिन रायपुर पुलिस के पास दोनों हत्या का सबूत नहीं थे। धमतरी पुलिस ने अपने मामले में उसे गिरफ्तार किया। 10 हजार में मंगाया सायनाइड
आरोपी ने पूछताछ में बताया कि उसने ऑनलाइन 10 हजार रुपए में सायनाइड का ऑर्डर किया। उसे पानी में मिलाकर एक जानवर को पिलाया। इससे जानवर की मौत हो गई। तब गंगाजल में मिलाकर दोनों को दिया। आरोपी का दावा है कि उसने साधना से नोटों की बारिश की शक्ति प्राप्त की है। वह पीजीडीसीए की पढ़ाई किया है। हत्या क्यों: मामला दबाने पैसा मांगा, तो दोस्त को ही मार डाला
धमतरी पुलिस ने बताया कि 3 दिसंबर को गंगरेल रोड पर एक युवक का शव मिला था। चेहरे को कुचल दिया गया था, ताकि पहचान न हा सके। बाद में मृतक की पहचान बीरेंद्र देवांगन के रूप में हुई। तकनीकी जांच में सुखवंत साहू उर्फ सुखू का नंबर लिया। जांच में खुलासा हुआ कि पहली दोनों हत्याएं सुखवंत ने की थीं। उसका राज बीरेंद्र जानता था। सुखवंत खुद को तांत्रिक बताता है। वह दावा करता है कि उसके पास ऐसी शक्ति है, जिससे वह नोटों की बारिश कराता है। बीरेंद्र से उसकी पुरानी पहचान थी। दोनों तंत्र पूजा करते थे। बीरेंद्र को पता था कि सुखवंत ने रायपुर के दो लोगों से पैसे लिए हैं और उनकी हत्या कर दी। राज उजागर न करने के बदले में वह सुखवंत से पैसा मांग रहा था। इसी से विवाद हुआ और सुखवंत ने बीरेंद्र को भी मार दिया। डेढ़ लाख के लिए बुजुर्ग को मारा मूलत: रायगढ़ कौआपाल निवासी हंसराम साहू (60) रिटायर कर्मी था, जो नवा रायपुर में रहता था। डेढ़ साल पहले भिलाई के एक युवक के माध्यम से सुखवंत के संपर्क में आया। सुखवंत ने उसे झांसा दिया कि वह नोटों की बारिश कराता है। हंसराम झांसे में आ गया और डेढ़ लाख रुपए दे दिए। वह डेढ़ साल तक गुमराह करते रहा, लेकिन नोटों की बारिश नहीं करा सका। तब हंसराम पैसे वापस मांगने लगा। इस पर सुखवंत ने उसकी हत्या की प्लानिंग की। 27 नवंबर को बीरेंद्र के साथ हंसराम के घर गया। वहां पूजा के दौरान गंगाजल में सायनाइड मिलाकर मार डाला। खेत में पूजा कराने बुलाया और हत्या
हंसराज की तरह ही सुखवंत ने अभनपुर निवासी नरेंद्र साहू (37) से पूजा के लिए डेढ़ लाख रुपए लिए थे। जब नरेंद्र ने पैसे मांगने शुरू किए तो उसे भी रास्ते से हटाया। हंसराज की हत्या के बाद सुखवंत ने नरेंद्र को फोन लगाया। उसे संकरी के आउटर में बुलाया। जहां पूजा का सामान लेकर नरेंद्र पहुंचा। बीरेंद्र बाइक पर बैठा रहा। सुखवंत पूजा कराने खेत में आया। पूजा करने के बाद सुखवंत ने नरेंद्र को सायनाइड वाला गंगाजल दिया।