बलरामपुर में ग्रामीण ने दी आत्मदाह की चेतावनी:मकान क्षतिपूर्ति राशि के लिए ऑफिसों के चक्कर काट रहा, बाबू पर रिश्वत लेने के आरोप
छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले के ग्राम सेमराकठरा निवासी रामरतन रवि ने प्रशासन को आत्मदाह की चेतावनी दी है। ग्रामीण ने कहा है कि यदि पांच दिनों के भीतर उन्हें उनकी मकान क्षतिपूर्ति राशि का भुगतान नहीं किया गया, तो वह SDM कार्यालय के सामने आत्मदाह करेंगे। उन्होंने आरोप लगाया है कि तहसील कार्यालय के बाबू अनिल कश्यप ने उनसे मुआवजा दिलाने के बदले रिश्वत ली है। बारिश से कच्चा मकान ढह गया था जानकारी के मुताबिक रामरतन रवि ने अपने ज्ञापन में बताया कि 2021 में भारी बारिश के कारण उनका कच्चा मकान पूरी तरह से ढह गया था। इस घटना के बाद, पटवारी ने मौके पर पहुंचकर जांच की और सभी दस्तावेज तैयार कर तहसील कार्यालय में जमा कर दिए। 2021 में ही शासन ने क्षतिपूर्ति राशि स्वीकृत कर दी थी, और ऑनलाइन रिकॉर्ड में 31 जुलाई 2024 को भुगतान राशि उपलब्ध भी दिख रही है। बाबू पर रिश्वत मांगने का आरोप रामरतन ने आरोप लगाया कि तहसील कार्यालय के बाबू अनिल कश्यप ने उनसे मुआवजा दिलाने के बदले रिश्वत की मांग की। एक वायरल वीडियो में बाबू को रिश्वत लेते हुए स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है। यह वीडियो एक स्थानीय व्यक्ति द्वारा चुपके से रिकॉर्ड किया गया था और इसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। रामरतन ने बताया कि रिश्वत देने के बावजूद तहसीलदार ने उनके चेक पर हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया। तहसीलदार ने तर्क दिया कि यह ‘पुरानी स्वीकृति’ है और इसका भुगतान नहीं किया जाएगा। रामरतन ने यह भी दावा किया कि तहसीलदार ने उनका चेक फाड़ दिया। भुगतान नहीं होने पर आत्मदाह की चेतावनी रामरतन ने SDM कार्यालय, तहसील कार्यालय और पुलिस थाने में ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि यदि पांच दिनों के भीतर उन्हें उनकी राशि का भुगतान नहीं किया गया, तो वह SDM कार्यालय के सामने आत्मदाह करेंगे। इस स्थिति के लिए प्रशासन और शासन जिम्मेदार होंगे। SDM बोले- जांच के बाद होगी कार्रवाई SDM राजीव जेम्स कुजुर ने कहा कि उन्हें इस घटना की कोई जानकारी नहीं थी। उन्होंने आश्वासन दिया कि मामले की जांच कराई जाएगी और सत्यापन के बाद जल्द से जल्द रामरतन को मुआवजा दिलाया जाएगा।