4 गांवों में शुरू होगा आवागमन पीडीएस दुकान व अस्पताल भी
भास्कर न्यूज | दंतेवाड़ा जिले में अब कोई भी ऐसा गांव नहीं रहेगा जो पहुंचविहीन हो। 2025 में दो दशक से कटे हुए गांव भी मुख्य सड़क से जुड़ जाएंगे। नक्सलियों के गढ़ के नाम से पहचाने जाने वाले बुरगुम, निलावाया, नड़ेनार, गादम, रेवाली गांव के लिए 2025 खुशियों की सौगात लेकर आएगा। इनमें से गादम गांव के लोगों को आजादी के बाद अब सड़क मिलेगी, बुरगुम गांव में 2 दशक से बंद सड़क 2025 में खुल जाएगी। जहां नक्सलियों ने बड़ी वारदात को अंजाम दिया वह निलावाया भी 2025 में विकास से जुड़ जाएगा। इन गांवों के विकास के लिए प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है। पहली बार बुरगुम में पीएम आवास बनेंगे, इससे पहले यहां नक्सली पाबंदी थी, बुरगुम और निलावाया जैसे उजड़े हुए गांवों को फिर से आबाद करने की तैयारी है। दंतेवाड़ा में अब सिर्फ बुरगुम, रेवाली, निलावाया, गादम और नड़ेनार गांव ही पहुंचविहीन बचे हुए पर 2025 में जिले में ऐसा कोई गांव नहीं होगा जो पहुंचविहीन हो। इन गांवों में सड़क निर्माण के साथ गांव में ही पीडीएस दुकान, अस्पताल की सुविधा भी दी जाएगी। मोबाइल की घंटी भी बजेगी। टावर भी लगेंगे। नड़ेनार जो जिला मुख्यालय से कटा था इस गांव को जोड़ने के लिए 5 करोड़ 52 लाख रुपए खर्च कर यहां सड़क बनाई जा रही है। 2025 में गांव तक पक्की सड़क होगी। दशकभर से कटे बुरगुम गांव को भी मुख्य सड़क से जोड़ने 5 करोड़ से अधिक की राशि खर्च की जा रही है। वहीं निलावाया में भी पुलिया और सड़क बनाने में 10 करोड़ रुपए से अधिक राशि खर्च होगी। गादम गांव को जोड़ने 6 करोड़ की राशि में 11 किलोमीटर सड़क बनाने में खर्च किए जाएंगे। इसी तरह एक और गांव रेवाली जो सालों से कटा हुआ है इसको भी मुख्य सड़क से जोड़कर यहां भी विकास पहुंचाने की तैयारी की जाएगी।