विकृत हाथ ने तोड़ा आत्मविश्वास…अब लौटी मुस्कान:कांकेर की दिव्या के इलाज में CM जनदर्शन से मिली मदद; 3 साल पहले सांप ने काटा था
छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले के कनेचूर गांव में रहने वाली 9 साल की दिव्या विश्वकर्मा, जब महज तीन साल की थी, तब उसे कोबरा सांप ने काट लिया था। इस घटना के बाद, उसका दायां हाथ इन्फेक्शन से विकृत हो गया। जड़ी-बूटियों से इलाज कराने पर घाव तो सूख गया था, लेकिन उसका हाथ अपनी सामान्य अवस्था में लौट नहीं पाया था। दिव्या के परिवार के पास विकृत हाथ के इलाज के लिए पैसे नहीं था और इसकी वजह से दिव्या का आत्मविश्वास टूटने लगा। डॉक्टरों ने ऑपरेशन के लिए कम से कम 1.5 लाख रुपए की जरूरत बताई थी, जो दिव्या के मजदूरी और खेती करने वाले पिता गंगाराम और मां धनेश्वरी के लिए जुटाना असंभव था। परिजनों ने जन-दर्शन में मांगी मदद तब दिव्या और उसके परिवार को मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के शुरू किए गए जन-दर्शन कार्यक्रम के बारे में जानकारी मिली। दिव्या अपने नाना दोहतराम विश्वकर्मा के साथ रायपुर में आयोजित मुख्यमंत्री जन-दर्शन कार्यक्रम में पहुंची रायपुर के निजी अस्पताल में हुआ ऑपरेशन मुख्यमंत्री साय ने दिव्या के इलाज के लिए 1.5 लाख रुपए का चेक प्रदान किया। साथ निर्देश दिए कि दिव्या का ऑपरेशन अच्छे और योग्य डॉक्टर से जल्द से जल्द हो, ताकि उसका इलाज सही तरीके से किया जा सके। रायपुर के एक निजी अस्पताल में दिव्या का ऑपरेशन किया गया और अब दिव्या का विकृत हाथ ठीक होने की दिशा में है। ऑपरेशन के बाद दिव्या अब स्कूल जा रही है।