बीजापुर में पत्रकार मुकेश चंद्रकार की अस्थियों के साथ छेड़छाड़:टूटा हुआ मिला अस्थि कलश, पूर्व मुख्यमंत्री ने सरकार को घेरा
छत्तीसगढ़ के बीजापुर में पत्रकार मुकेश चंद्रकार की हत्या के बाद अब उनके अस्थि कलश के साथ छेड़छाड़ की गई है। कलश को तोड़कर अस्थियां मैदान में बिखेर दी गईं। परिजनों को इसकी जानकारी तब पता चली जब वे सोमवार को कलेश्वरम में अस्थि विसर्जन के लिए मुक्तिधाम पहुंचे थे। बता दें कि पत्रकार मुकेश ने सड़क निर्माण में गड़बड़ी का खुलासा किया था। इसके बाद 1 जनवरी को उनकी हत्या कर दी गई थी। इस मामले में ठेकेदार और उसके भाइयों पर हत्या का आरोप है। मामले की जांच जारी है। पत्रकार हत्याकांड पर पूर्व मुख्यमंत्री ने सरकार को घेरा इधर, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पत्रकार की हत्या और अस्थि कलश के साथ छेड़छाड़ को लेकर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय पर तीखा हमला किया। उन्होंने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा है कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय जी, आज आप बस्तर दौरे पर हैं। आज पत्रकार मुकेश चंद्रकार की हत्या का 13वां दिन है, लेकिन आप अब तक उनके परिवार से मिलने नहीं गए। न ही कोई सहायता राशि या नौकरी की घोषणा की। छत्तीसगढ़ का नागरिक होने के नाते अनुरोध है कि बस्तर में ‘रोड शो’ से पहले आप मुकेश चंद्रकार के परिवार से मिलें और उन्हें हिम्मत दें। भूपेश बघेल ने पत्रकार हत्याकांड को लेकर सरकार पर चार सवाल भी दागे। उन्होंने पूछा कि जनता को अब तक इन सवालों का इंतजार है – 1. सरकार बताए कि ठेकेदार सुरेश चंद्राकर को काम से पहले करोड़ों का भुगतान किसने किया? 2. यह भुगतान किसके कहने पर किया गया? 3. क्या इस सबके पीछे वही एक “भ्रष्ट” इंजन है, जिसके विभाग में सवाल करने पर ED या मौत मिलती है? 4. ठेकेदार सुरेश चंद्राकर मुख्यमंत्री निवास आया था या नहीं? यदि आया था तो क्या आपसे मिला था? रॉड से पीट-पीटकर की गई थी मुकेश की हत्या बीजापुर के पत्रकार मुकेश चंद्राकर की रॉड से पीट-पीटकर हत्या की गई थी। हत्यारों ने मुकेश की लाश सेप्टिक टैंक में छिपाई थी। मुकेश चंद्राकर एक जनवरी की शाम से लापता था। इसकी शिकायत परिजनों ने बीजापुर पुलिस से की थी। पत्रकार हत्याकांड में चार आरोपियों को पकड़ा 3 जनवरी को लाश मिलने के बाद पुलिस ने 4 जनवरी को मुकेश के 2 चचेरे भाई दिनेश, रितेश चंद्राकर और महेंद्र रामटेके को गिरफ्तार किया। इसके मास्टरमाइंड ठेकेदार सुरेश चंद्राकर को हैदराबाद से गिरफ्तार किया गया। सड़क निर्माण में भ्रष्टाचार के खुलासे से जुड़ा मामला मुकेश ने रायपुर स्थित एक साथी पत्रकार के साथ मिलकर सड़क निर्माण में भ्रष्टाचार की खबर बनाई थी। सुरेश चंद्राकर, जो उस सड़क निर्माण का ठेकेदार था। इस खबर से सुरेश बौखला गया। सड़क की लागत 120 करोड़ रुपए थी, लेकिन सड़क की खराब गुणवत्ता के बावजूद सुरेश को लीपापोती के जरिए करोड़ों रुपए का मुनाफा हो रहा था। इस वजह से सुरेश ने की मुकेश की हत्या खबर चलते के बाद सरकार ने सड़क निर्माण में लापरवाही की जांच के लिए एक कमेटी गठित कर दी। सुरेश को अंदेशा हो गया था कि इस जांच के चलते उसे बड़ा नुकसान झेलना पड़ सकता है। इसके बाद उसने मुकेश की हत्या की साजिश रच डाली।