श्रीमद् भागवत महापुराण कथा मोक्षदायिनी है: पं. तोरण शर्मा
बालोद| ग्राम लिमोरा में नौ दिवसीय श्रीमद्भागवत महापुराण कथा के पहले दिन गुरुवार को पं. तोरण शर्मा ने कहा कि मनुष्य के दैहिक और भौतिक तापों की नष्टकारिणीं और जीवन में ज्ञानमंगल सुख प्रदान करने वाली श्रीमद्भागवत महापुराण कथा मोक्षदायिनी है। भागवत कथा दैविक पुण्य लाभ प्रदान करने के साथ-साथ मनुष्य को निष्काम भक्ति के भाव से जोड़ती है जिसके चलते मानवता का प्रतिपादन करते हुए मानव जीवन धन्य हो जाता है। गणेश महिमा और भागवत कथा श्रवण से होने वाले लाभ के बारे में समझाया। आचार्य ने कहा कि प्रेम ही संसार का सार है और यह जगत इसी से तार-तार बंधा हुआ है। उन्होंने कहा कि श्रीमद्भागवत की कथा भगवान की प्राप्ति कराने वाली है। यह कथा मृत्यु के भय को दूर करके भगवान की और आगे बढ़ाती है और भक्ति के साथ-साथ हमारे ज्ञान वैराग्य को बल देती है। श्रीमद्भागवत की कथा में सात सोपान है, जिनके माध्यम से एक-एक करके हम प्रत्येक सोपान पर बढ़ते जाते हैं। अंत में अपने जीवन का लक्ष्य जान जाते हैं ।