लौह शिल्पकार तीजूराम की कला को सेवानिवृत्त चीफ जस्टिस ने सराहा
भास्कर न्यूज | कोंडागांव सुप्रीम कोर्ट के सेवानिवृत्त चीफ जस्टीस व सुप्रीम कोर्ट कमेटी के ऑल इंडिया रोड सेफ्टी के चेयरमैन अजय मनोहर सप्रे ने शुक्रवार को राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित तीजूराम बघेल विश्वकर्मा के घर आकर लौह शिल्प कला से रूबरू हुए और सराहना की। उनके द्वारा बनाए जा रहे लौह शिल्प की बारीकियों को जाना और कहा यहां के शिल्पकारों की कला अद्भुत है। तीजूराम विश्वकर्मा ने बताया कि चीफ जस्टिस मेरे घर आए, मैंने कल्पना भी नहीं की थी। उन्होंने मुझसे पूछा यह कला कैसे सीखी तो मैंने बताया कि पहले हम जरूरत के कृषि सामान अपने लिए लोहे से बनाते थे। धीरे-धीरे यहां की कला और संस्कृति को लोहे पर उकेरने लगे और आज यह कला देश में ही नहीं विदेशों में भी सराही जा रही है। इसी का परिणाम है कि मुझे कई राष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुके हैं। चीफ जस्टिस ने कहा मैंने आज पहली बार इस तरह से लोहे के इतने शिल्प बनते देखे हैं, जिसे बनाकर यहां छोटे से गांव का एक शिल्पी कई देशों में पुरस्कार प्राप्त कर चुका है।