बिलासपुर में ‘रेंट ए साइकिल योजना’ फेल:स्टैंड में धूल खाते मिली, स्मार्ट सिटी ने खर्च किए थे 68 लाख रुपए

न्यायधानी बिलासपुर में किराए पर साइकिल उपलब्ध कराने की योजना फेल साबित होते दिखाई पड़ रही है। स्मार्ट सिटी ने 68 लाख रुपए खर्च कर ‘रेंट ए साइकिल’ योजना शुरु की थी जिसे अब बेहतर रिस्पांस नहीं मिल पा रहा है। रविवार को दैनिक भास्कर की टीम शहर के नेहरू चौक और गांधी चौक के साइकिल स्टैंड पहुंची जहां साइकिलें धूल खाती हुई मिलीं। रेंट ए साइकिल के इस्तेमाल के प्रति लोगों में दिलचस्पी नहीं होने से रिवर व्यू रोड की सभी साइकिलें उठा दी गई थीं। रविवार को 30 में से 10 साइकिलें ही उठीं स्मार्ट सिटी के उपप्रबंधक विकास पात्रे ने ‘दैनिक भास्कर’ को बताया कि रेंट ए साइकिल के लिए रजिस्ट्रेशन 1115 लोगों ने कराया है। रविवार को 30 में से 10 साइकिलें लोगों ने किराए पर ली। उन्होंने कहा कि जिन स्टैंड पर साइकिलों का बहुतायत से उपयोग नहीं हो रहा है, उन स्थानों को बदल कर ऐसे स्थानों पर शिफ्ट किया जाएगा, जहां अधिक से अधिक लोग इसका इस्तेमाल कर सकें। स्टैंड की जगह बदली जाएगी स्मार्ट सिटी प्रबंधन की मानें तो गांधी चौक और हैप्पी स्ट्रीट के स्टैंड से पर्याप्त संख्या में साइकिलें उठ नहीं रही हैं। लिहाजा इनको बंद कर दोनों स्टैंड को कोनी और एसईसीएल कार्यालय के पास शिफ्ट किया जाएगा, ताकि वहां कालेज, यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट इसका अधिक से अधिक उपयोग कर सकें। दोनों जगहों पर शैक्षणिक संस्थान हैं, इसलिए इसका फायदा मिलने की उम्मीद की जा रही है। रायपुर में फेल हो चुकी है योजना रायपुर में 3 साल पहले आजाद चौक से रविशंकर विश्वविद्यालय रोड पर ‘रेंट ए साइकिल’ योजना की शूरुआत की गई थी। 300 साइकिलों को उपलब्ध कराने और स्टैंड तैयार करने पर 2 करोड़ रुपए खर्च किए गए। जिस कंपनी को काम दिया गया, उसके ट्रायल के दौरान ही योजना को बेहतर रिस्पांस नहीं मिला,जिसके बाद काम ही बंद कर दिया गया। बिलासपुर में दिल्ली की फर्म शिव शक्ति को 68 लाख रुपए का ठेका दिया गया है। स्मार्ट सिटी प्रबंधन का दावा है कि भोपाल, मुंबई सहित कई महानगरों में रेंट ए साइकिल योजना बेहतर ढंग से चल रही है। बिलासपुर में इसकी सफलता के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है।

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