बिलासपुर रेलवे स्टेशन का रिडेवलपमेंट…392 करोड़ का प्रोजेक्ट:वेटिंग हॉल में 800 यात्रियों के बैठने की व्यवस्था, शॉपिंग और फूड कोर्ट भी होगा
देश में सर्वप्रथम बंगाल-नागपुर रेलवे की शुरुआत हुई तो इसी दौरान साल 1889 में पहली बार बिलासपुर रेलवे स्टेशन से गाड़ियां चलाई गईं। यह स्टेशन न सिर्फ कोल परिवहन के लिए महत्वपूर्ण केंद्र रहा है बल्कि इससे इसके आसपास क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था को भी हमेशा काफी बल मिला है। बिलासपुर रेलवे स्टेशन को स्टेशन पुनर्विकास योजना के अंतर्गत विश्वस्तरीय सुविधाओं से सुसज्जित करने के लिए लगभग 392 करोड़ रुपए की लागत से पुनर्विकास परियोजना का कार्य चल रहा है। योजना के तहत बिलासपुर रेलवे स्टेशन में नए डिजाइन और आधुनिक वास्तुकला का उदाहरण, प्लेटफॉर्मों का विस्तार और यात्री सुविधाओं में बढ़ोतरी की जा रही है। इसी प्रकार यात्री-अनुकूल सुविधाएं जिसमें हाई-स्पीड वाई-फाई, बैठने की आरामदायक व्यवस्था, वातानुकूलित प्रतीक्षालय और अत्याधुनिक शौचालय, दिव्यांग फ्रेंडली विशेष सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। शॉपिंग और फूड कोर्ट भी होगा पर्यावरण अनुकूल पहल के अंतर्गत सौर ऊर्जा का उपयोग, हरित परिवेश और ऊर्जा दक्षता पर जोर तथा सुरक्षा और डिजिटल समाधान के अंतर्गत सीसीटीवी कैमरों की स्थापना, ऑटोमेटिक टिकटिंग और आधुनिक यात्री सूचना प्रणाली शामिल होंगे। इसके साथ ही इस स्टेशन को व्यावसायिक और सांस्कृतिक केंद्र के रूप में भी विकसित किया जा रहा है। जिसमें स्टेशन पर शॉपिंग और फूड कोर्ट के साथ-साथ स्थानीय सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करने वाले क्षेत्र समाहित होंगे। वेटिंग हॉल में 800 यात्रियों के बैठने की व्यवस्था बिलासपुर रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास में मुख्य रूप से आने वाले समय में दीर्घकालिक आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर कान्कोर्स में एक साथ लगभग 800 यात्रियों के बैठने के लिए वेटिंग एरिया का प्रावधान किया जा रहा है। इसी प्रकार 1150 से अधिक वाहनों के लिए लगभग 28 हजार वर्ग मीटर पार्किंग एरिया का प्रावधान, बेहतर भीड़ प्रबंधन के लिए स्टेशन में प्रवेश और निकास के अलग-अलग मार्ग का प्रावधान किया जाएगा। 3 नए फुट चौड़े ओवरब्रिज का प्रावधान भी यहां किया गया है, जिसमें 2 स्टेशन प्रवेश के लिए और एक स्टेशन से निकास के लिए होगा। ग्रीन स्टेशन का रूप दिया जा रहा बिलासपुर स्टेशन को विश्वस्तरीय सुविधाओं से लेस करते हुए ग्रीन स्टेशन का रूप दिया जा रहा है। जहां प्राकृतिक रोशनी और वेंटिलेशन की सुविधा होगी। पुनर्विकास के बाद बिलासपुर स्टेशन हाईटेक यात्री सुविधाओं के साथ टेक्नोलॉजी, स्थानीय संस्कृति और समृद्ध विरासत का आकर्षक केंद्र बनेगा।