गांव में एक विद्यालय गोद लेने की तैयारी:11 पटवारियों ने स्कूल छोड़ने वाले 650 बच्चों की जरूरतों को पूरा कर दोबारा पढ़ाई से जोड़ा
कबीरधाम जिले में पटवारियों के एक समूह ने नई पहल शुरू की है। यह ग्रुप नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के बच्चों को स्कूलों से जोड़ने व उनके संसाधन के लिए 2018 से अब तक चंदा कर तीन लाख रुपए खर्च कर चुका है। संभवत: पटवारियों का पहला ऐसा समूह है, जो समाज सेवा का काम कर रहा है। इसका नाम आरंभ…द फर्स्ट कमेटी है। दरअसल, इस ग्रुप में कुल 11 पटवारी हैं, जिन्हें 2018 में नौकरी मिली है। इसके बाद इस ग्रुप ने स्कूल छोड़ने वाले 650 बच्चों की जरूरतों को पूरा करके दोबारा पढ़ाई से जोड़ा। इसके साथ ही गांव में एक स्कूल गोद लेने की तैयारी है। इससे जुड़े पालेश्वर सिंह ठाकुर ने बताया कि 2018 में बोड़ला ब्लॉक में पदस्थ दो पटवारियों का ट्रांसफर पंडरिया ब्लॉक में हुआ। एक का पोस्टिंग कुकदूर क्षेत्र के नेउर गांव में हुई। यहां बेसिक सुविधाओं से वंचित स्कूल के बच्चों के लिए कार्य करने का मन हुआ। इसी साल दिसंबर में नेउर स्कूल के लगभग 93 बच्चों को स्वेटर दिया। फिर अगले साल में पंडरिया ब्लॉक के ग्राम कांदावानी, भाकुर व छोटे-छोटे टोला के स्कूलों में हर साल जूता-मोजा व शिक्षा संबंधित संसाधन बांटने का काम शुरू हुआ। इस कार्य से अन्य पटवारी साथी प्रभावित हुए। ये हर साल 200 से 300 बच्चों तक पहुंचते हैं। पटवारियों ने बताया कि वे किसी भी एक गांव के स्कूल को गोद लेने की तैयारी है। इस स्कूल मॉडल स्कूल के तर्ज पर अपग्रेड किया जाएगा। इसके लिए बकायदा विभाग से अनुमति भी मांगी जाएगी। इसमें जितना भी खर्च आएगा, उसे पटवारियों द्वारा वहन किया जाएगा। पालेश्वर ठाकुर ने बताया कि इस वर्ष लगभग 650 बच्चों को जूता मोजा, लगभग 250 बच्चों को स्वेटर वितरण कर उनको स्कूल आने प्रेरित किया। इसके अलावा वनांचल में ड्रॉप-आउट बच्चों को स्कूल को जोड़ने का काम किया है। अभी तक 13 स्कूलों के 1180 बच्चों तक पहुंचा यह ग्रुप अभी तक पटवारियों का यह ग्रुप 13 स्कूलों के 1180 स्कूली बच्चों तक पहुंचा। इस समूह में पालेश्वर सिंह ठाकुर, शैलेन्द्र चंद्राकर, मुकेश पनागर, दिलमोहन, मनोज धुर्वे, पंकज, गणेश, पोषण साहू, निर्मल साहू, मनोज बंधेकर, अजय सोनवानी शामिल हैं। पटवारियों का समूह कबीरधाम जिले के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सबसे ज्यादा फोकस कर रहा है।