साल 2024 का अंतिम दिन…पर्यटन स्थलों पर उमड़ी भीड़:तीरथगढ़-चित्रकोट सैलानियों से गुलजार, होटल्स बुक, धर्मशाला में ठहरने जगह नहीं, लोगों को भा रहा वन-मंदिर

आज 31 दिसंबर 2024 है, यानी इस साल का अंतिम दिन। ईयर के लास्ट डे बस्तर के टूरिस्ट स्पॉट पर पर्यटकों की जबरदस्त भीड़ उमड़ी हुई है। तीरथगढ़, चित्रकोट जल प्रपात समेत दंतेश्वरी मंदिर में तो भीड़ है ही, लेकिन हाल ही में खुले देश के पहले वन मंदिर को देखने भी लोगों का जबरदस्त जन सैलाब उमड़ा हुआ है। यहां भी हर दिन करीब 2 हजार पर्यटक पहुंच रहे हैं। केवल छत्तीसगढ़ ही नहीं बल्कि आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, ओडिशा, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र से भी पर्यटक बस्तर आ पहुंच रहे हैं। पिछले सप्ताहभर के अंदर ही कांगेर वैली नेशनल पार्क में स्थित तीरथगढ़, कोटमसर और धुड़मारास समेत आसपास के टूरिस्ट स्पॉट में ही 1 लाख से ज्यादा पर्यटक पहुंच चुके हैं। वहीं चित्रकोट में भी हर दिन एवरेज 5 से 6 हजार पर्यटक आ रहे हैं। जबकि पर्यटन नगरी बारसूर, दंतेवाड़ा में स्थित दंतेश्वरी मंदिर और वन मंदिर में भी हरदिन 2 हजार से लेकर 2500 तक पर्यटक आ रहे हैं। आज भी इन सभी टूरिस्ट स्पॉट्स पर पर्यटकों की भारी भीड़ उमड़ी हुई है। होटल बुक, टेंट वालों से अतिरिक्त गद्दा लेकर लगा रहे इस साल पर्यटकों की संख्या इस कदर बढ़ी है कि पिछले सप्ताहभर से दंतेवाड़ा जैसे दार्शनिक स्थलों में होटलें लगातार बुक चल रही है। यहां तक की धर्मशाला में भी ठहरने की जगह नहीं मिल पा रही है। कुछ होटल संचालकों ने टेंट हाउस से गद्दा किराए पर ले रखा है। वहीं कमरों में अतिरिक्त गद्दा लगाकर चार्ज लिया जा रहा है। जगदलपुर में 35 प्लस और दंतेवाड़ा 10 होटल बस्तर के संभागीय मुख्यालय जगदलपुर में 35 से ज्यादा छोटे बड़े होटल हैं। साथ ही रिसॉर्ट भी खुले हैं। साल के अंतिम सप्ताह और जनवरी में ज्यादातर होटल बुक रहते हैं। इनमें शहर के बीच स्थित अधिकांश होटल बुक हैं। यहां 800 रुपए से लेकर 6 हजार तक के रूम उपलब्ध हैं। इधर दंतेवाड़ा शहर में 4 और गीदम में कुल 5 होटल हैं। फिलहाल ये सारे बुक हैं। यहां भी 1000 से लेकर 2000 तक के रूम उपलब्ध हैं। टूरिस्टों को भा रहा वन मंदिर इधर, दंतेवाड़ा में मां दंतेश्वरी मंदिर का दर्शन और पर्यटन नगरी बारसूर घूमने आने वाले पर्यटक अब वन मंदिर भी पहुंच रहे हैं। करीब 18 एकड़ में बने इस वन मंदिर में 7 तरह के अलग-अलग थीम देखने हर दिन आन्ध्र प्रदेश और तेलंगाना के भी पर्यटक पहुंच रहे हैं। अब वन विभाग ने यहां आने वाले पर्यटकों के लिए 10 रुपए का टिकट भी निर्धारित कर दिया है। ………………………………………… ये खबरें भी पढ़िए… जिस गांव को UN ने चुना…भारत के नक्शे में नहीं:200 साल पहले धुड़मारास को अंग्रेजों ने बसाया; बैंबू राफ्टिंग-होम स्टे से मिली अंतरराष्ट्रीय पहचान बस्तर के धुड़मारास गांव ने कयाकिंग, बैंबू राफ्टिंग और होम स्टे ईको टूरिज्म से अंतरराष्ट्रीय पहचान बना ली है। UN के 60 देशों के बेस्ट गांव की लिस्ट में धुड़मारास देशभर में इकलौता है। UN टूरिज्म ने बेस्ट टूरिज्म विलेज के लिए 55 गांवों का चयन किया है। इसके अपग्रेडेशन (उन्नयन) लिस्ट में 20 गांवों शामिल हैं। यहां पढ़ें पूरी खबर… बस्तर के 13 बेस्ट टूरिस्ट स्पॉट…मजे में बीतेंगी छुट्टियां:दर्शन-ट्रैकिंग और एडवेंचर्स का एक साथ रोमांच; खाने-पीने और ठहरने की भी शानदार जगह आप सर्दियों में या फिर न्यू ईयर में परिवार या दोस्तों के साथ घूमने का प्लान बना रहे हैं, तो बस्तर आप को बुला रहा है। यहां ट्रैकिंग, एडवेंचर्स से लेकर दार्शनिक और वॉटरफॉल का आनंद एक साथ मिलेगा। यहां पढ़िए पूरी खबर…

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