मोहन भागवत के लिए लगी मेडिकल ऑफिसर्स की ड्यूटी:भूपेश बोले- सरकारी तंत्र का दुरुपयोग, पूछा- कलेक्टर संघ का सदस्य तो नहीं?

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रायपुर में RSS प्रमुख मोहन भागवत के लिए लगाई गई सरकारी मेडिकल स्टॉफ की ड्यूटी रद्द करने की मांग की है। दरअसल, RSS प्रमुख मोहन भागवत इन दिनों 5 दिवसीय छत्तीसगढ़ दौरे पर हैं। 27 से 31 दिसंबर तक भागवत रायपुर में हैं। भागवत के दौरे के मद्देनजर CMHO ने उनके लिए डॉक्टर और नर्सिंग ऑफिसर समेत मेडिकल स्टाफ की ड्यूटी लगाई है। ऐसे में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट करते हुए रायपुर कलेक्टर पर सरकारी तंत्र के दुरुपयोग का आरोप लगाया है। उन्होंने यह भी पूछा है कि कलेक्टर संघ का सदस्य तो नहीं ? भूपेश बघेल का X पर लिखा गया पोस्ट मोहन भागवत जी राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ यानी आरएसएस के प्रमुख हैं। जैसा कि संघी कहते हैं आरएसएस एक सांस्कृतिक संस्था है और इसका भाजपा से कोई लेना देना नहीं। (कितना बड़ा झूठ है)। सच यह है कि आरएसएस कोई पंजीकृत संस्था नहीं है। यानी उसकी कोई वैधानिक स्थिति नहीं है। मोहन भागवत जी किसी संवैधानिक पद पर नहीं हैं। भले ही उनके नाम से भाजपा नेता थरथर कांपते हों। ऐसे में कलेक्टर महोदय उनका कार्यक्रम किस हैसियत से जारी कर रहे हैं? डॉक्टरों की ड्यूटी किस आधार पर लगाई जा रही है? अगर कलेक्टर भी संघ की सदस्यता ले चुके हैं तो वे सुबह शाखा में जाएं। सरकार और तंत्र का दुरुपयोग गुरुदक्षिणा देने में न करें। यह आदेश तत्काल रद्द किया जाना चाहिए। आज भागवत के दौरे का आखरी दिन RSS प्रमुख के दौरे का आज आखरी दिन है। जानकारी के मुताबिक 1925 में स्थापित आरएसएस 2025-26 में अपनी स्थापना के शताब्दी वर्ष में प्रवेश कर रहा है। इसके लिए सरसंघचालक देश के विभिन्न प्रांतों का दौरा कर रहे हैं। इस अभ्यास के तहत वे छत्तीसगढ़ में संघ के संगठनात्मक मुद्दों और शताब्दी वर्ष में आयोजित किए जा रहे कार्यक्रमों में वे शामिल हो रहे हैं। धार्मिक आयोजनों में प्लास्टिक के उपयोग को बंद करने कवायद RSSने 2025-26 के लिए समाज में जन-जन तक पंच परिवर्तन को पहुंचाने का जिम्मा दिया है। ये पांच परिवर्तन है- स्वदेशी, कुटुंब प्रबोधन, पर्यावरण, सामाजिक समरसता और नागरिक कर्तव्य। इस बार खंड-मंडल के स्वयंसेवकों को घर-घर जाकर इसे पहुंचाने के लिए कहा जा रहा है। इसी क्रम में जागृति भवन में भागवत बैठकों के दौरान इस बात पर मार्गदर्शन दे रहे हैं। हरित घर से संगम तक पर्यावरण बचाने के लिए संघ पिछले कई साल से काम कर रहा है। इस बार 3 बड़े अभियान चलाने का निर्णय लिया है। ​

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