चिकित्सा शिक्षा:प्रदेश के चार नए मेडिकल कॉलेजों में 2026 से होगा प्रवेश, 200 सीटें बढ़ेंगी

प्रदेश के चार नए मेडिकल कॉलेजों में 2026-27 से एमबीबीएस की पढ़ाई शुरू होने की संभावना है। जांजगीर चांपा, कवर्धा, मनेंद्रगढ़ और दंतेवाड़ा में बनने वाले नए मेडिकल कॉलेजों के लिए पिछले साल मंजूरी मिली थी। नए कॉलेजों में अगले साल से पढ़ाई शुरू हो सके, इसके लिए कोशिशें तेज हो गई है। इन नए मेडिकल कॉलेजों की बिल्डिंग के लिए टेंडर प्रक्रिया जनवरी में पूरी हो जाएगी। अफसरों के मुताबिक टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद इस साल फरवरी के अंत या मार्च से नए भवनों का काम शुरू हो जाएगा। स्वास्थ्य विभाग की एजेंसी सीजीएमएससी के माध्यम इन भवनों का निर्माण कराया जाएगा। नई बिल्डिंग बनाने के लिए 24 माह का वक्त निर्धारित किया गया है। चिकित्सा शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के अनुसार नए मेडिकल कॉलेजों के बनने से प्रदेश में एमबीबीएस की 200 नई सीटें बढ़ जाएगी। डीएमई यूएस पैकरा के मुताबिक नए कॉलेजों में पढ़ाई जल्द शुरू करने से जुड़ी सभी प्रक्रियाएं तेजी से की जा रही है। प्रदेश में अभी 10 सरकारी मेडिकल कॉलेज हैं। जिनमें करीब 21 सौ सीटें हैं। नए कॉलेजों के बनने से एमबीबीएस की 23 सौ सीटें हो जाएगी। चार नए मेडिकल कॉलेजों की अत्याधुनिक इमारत बनेंगी मिली जानकारी के मुताबिक जांजगीर चांपा, कवर्धा, मनेंद्रगढ़ और दंतेवाड़ा में बनने जा रही मेडिकल कॉलेजों की बिल्डिंग का डिजाइन एक जैसा रखा जा सकता है। जिसमें लेक्चर हॉल, अकादमिक ब्लॉक, लाइब्रेरी, एडमिनिस्ट्रेशन ऑफिस, कॉमन हॉल, छात्र छात्राओं के होस्टल, इनडोर स्पोर्टस, बैंक, पोस्टऑफिस, शॉपिंग आर्केड, सेंट्रल डाइनिंग किचन, डी, ई और एफ कैटेगरी में स्टॉफ की रेसिडेंस बिल्डिंग, गेस्ट हाउस, डॉयरेक्टर रेसिडेंस समेत अन्य सुविधाएं होंगी। नई इमारतों के प्लान में आउटडोर स्पोर्टस ग्राउंड जैसी सुविधाएं भी विकसित की जाएगी। सरकारी मेडिकल कॉलेजों में 400 से अधिक पदों पर वैकेंसी संभव
प्रदेश के सरकारी मेडिकल कॉलेज और संबद्ध अस्पतालों में आने वाले कुछ महीनों में 400 से ज्यादा नई वैकेंसी निकल सकती है। दरअसल, डीएमई ने कुछ महीने पहले सभी मेडिकल कॉलेजों से अपने यहां खाली पदों की जानकारी मंगवाई थी। जिसके अनुसार प्रारंभिक तौर पर 400 से ज्यादा नई भर्तियों का आंकलन किया जा रहा है। हालांकि अभी बहुत से कॉलेजों ने रिक्तियों की जानकारी नहीं भेजी है। यही नहीं राजधानी रायपुर के नेहरू मेडिकल कॉलेज से संबद्ध डॉ. अंबेडकर अस्पताल और एकमात्र सरकारी सुपर स्पेश्यिलिटी अस्पताल डीकेएस में ही 125 से ज्यादा नई वैकेंसी आने की उम्मीद जताई जा रही है। 24 महीने में चारों कॉलेजों को बनाने का लक्ष्य
चार नए मेडिकल कॉलेजों के लिए विभाग ने 1026 करोड़ के ई टेंडर पिछले साल जारी किए थे। शासन के निर्धारित नियमों के अनुसार ये प्रक्रिया चल रही है। जनवरी के अंत तक ये पूरी हो जाएगी। 24 महीने में चारो कॉलेजों के नए भवन बनाने का लक्ष्य रखा गया है। – पद्मिनी भोई साहू, आईएएस, एमडी, सीजीएमएससी

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