शहीदों को अंतिम विदाई: दुधमुंहे बच्चों से पिता को छीना; सीएम बोले-नक्सलियों के खात्मे तक अभियान जारी रहेगा
कलेजा फटा… शहीद हुए सपूत का चेहरा देखने चिता पर चढ़ गई मां शव क्षत-विक्षत होने के कारण नहीं दिखाया शहीद का चेहरा नक्सली हमले में गढ़मिरी गांव के सल्फी पारा का जवान हरीश भी शहीद हो गया। उसके यूं दुनिया छोड़ जाने का दर्द बूढ़ी मां की आंखों से बह रहा था। वो बिलख रही थी, सिर पर हाथ धरकर रोए जा रही थी… उस मां की सिसकियां सुनकर पुलिस वालों की आंखें नम हो गईं। शहीद सपूत का चेहरा देखने के लिए मां श्मशान घाट पहुंच गई और चिता पर चढ़ गई। ताबूत खोलकर एक बार बेटे का मुंह दिखाने की गुहार लगाती रही। शहीदों के शव क्षत-विक्षत हो गए थे। इस कारण वृद्ध मां को बेटे का चेहरा नहीं दिखाया गया। बीजापुर के कुटरू में सोमवार को नक्सली हमले में 9 परिवार उजड़ गए। शहीद 8 जवानों को मंगलवार को अंतिम विदाई दी गई। पार्थिव शरीर जब उनके गांव पहुंचे तो मातम पसर गया। बीजापुर में शहीद इन जवानों की विधवाओं, बहनों, मांओं की यूं रोती आवाजें सुनने वालों के कलेजे मानो फट गए। शहीदों में शामिल सुदर्शन वेट्टी की पत्नी प्रमिला दो माह की गर्भवती हैं। उनका ये पहला बच्चा है, जिसे लेकर सुदर्शन रोज पत्नी से फोन पर बात करते थे। पत्नी ने बताया 3 जनवरी से फोन नहीं आया था, जिसे लेकर वे चिंतित थीं। अचानक खबर शहादत की खबर आई। मेरा गर्भ में पल रहा बच्चा जन्म से पहले ही अनाथ हो गया है। रामदेई 8 माह के मासूम को लेकर आई, छठी भी नहीं हुई ब्लास्ट में जवान सोमड़ू वेट्टी भी शहीद हो गए थे, सोमड़ू कटेकल्याण थाना के परचेली गांव के बंड़ीपारा के रहने वाले थे। सोमड़ू समर्पण कर पुलिस जवान बने थे। गांव के लोगों ने बताया पत्नी के साथ पुलिस लाइन में ही रहते थे। सोमड़ू वेट्टी का 8 माह का बच्चा है। पत्नी रामदेई ने बताया अभी बेटे के पैदा होने के बाद छठी का कार्यक्रम भी नहीं हुआ है। पति माड़ से लौटकर गांव में आयोजन करने की तैयारी में थे। सीएम-गृहमंत्री ने दिया कंधा सीएम विष्णुदेव साय, गृह मंत्री विजय शर्मा, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज शहीदों को नमन करने पहुंचे। सीएम साय ने कंधा दिया। उन्होंने कहा कि नक्सली आतंक सहन नहीं करेंगे। छत्तीसगढ़ में नक्सल ऑपरेशन जारी रहेगा। हम बस्तर में शांति लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।