डॉ रमन के क्षेत्र में जिला अध्यक्ष पर फंसा पेंच:राजनांदगांव में जैन समाज से अध्यक्ष बनाने की मांग, दो नामों पर चल रही खींचातानी
भारतीय जनता पार्टी ने 18 जिलों अध्यक्षों की घोषणा कर दी है। लेकिन अभी भी कई ऐसे जिले है जहां जिला अध्यक्ष को लेकर सहमति नही बन पाई है। राजनांदगांव में जिला अध्यक्ष को लेकर पेंच फंसा है। संगठन चुनाव के तहत राजनांदगांव जिला अध्यक्ष पर फैसला नहीं हो पा रहा है। राजनांदगांव विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह का क्षेत्र है, भाजपा के प्रदेश चुनाव प्रभारी और सह संयोजक भी राजनांदगांव जिले से ही हैं। इसके बावजूद नामों को लेकर एक राय नहीं बन पा रही है। नतीजा यह हो रहा कि इससे अब तक संगठन भी कोई ठोस निर्णय नहीं ले पा रहा है। पूरे छत्तीसगढ़ में जिला भाजपा अध्यक्ष लगभग हर समाज के प्रतिनिधि प्रतिनिधित्व कर रहे हैं लेकिन मारवाड़ी समाज खासकर जैन समाज से अभी तक छत्तीसगढ़ में कहीं भी जिला भाजपा अध्यक्ष नहीं बना है।राजनांदगांव में जैन समाज को साधने के लिए सौरभ कोठारी नाम प्रमुखता से लिया जा रहा है। दो नाम को लेकर फंसा पेंच दरअसल राजनांदगांव में जिलाध्यक्ष को लेकर अब दो फाड़ हो गया है। जहां एक ओर कोमल सिंह के नाम को लेकर सचिन सिंह बघेल अड़े हुए है तो वहीं जिले के ज्यादातर नेता सौरभ कोठारी के नाम पर अपनी सहमति दे चुके हैं। जिससे अब स्थिति यह हो चुकी है कि यह चुनाव संगठन बनाम सचिन बघेल हो चुका है। डॉ. रमन के करीबी है कोमल सिंह राजपूत और सौरभ कोठारी कोमल सिंह राजपूत और सौरभ कोठारी दोनों ही विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह और पूर्व सांसद अभिषेक सिंह के करीबी माने जाते हैं। कोमल सिंह राजपूत को संगठन का बहुत लंबा अनुभव भी है। केंद्रीय बैंक के अध्यक्ष सचिन बघेल को भाजपा अध्यक्ष रमेश पटेल का समर्थन प्राप्त है। कोमल कैंप कार्यालय से लेकर मंडी बोर्ड में उनका कार्य सराहनीय रहा है, जिसका लाभ उन्हें मिल रहा है।