एसटीपी नहीं बना तो गंदे पानी में तैरेगा क्रूज रेस्टोरेंट:बिलासपुर में नदी किनारे 60 करोड़ के 4 एसटीपी का काम धीमा

बिलासपुर के अरपा में पहुंचने वाले गंदे पानी की सफाई के लिए सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट जल्दी ही नहीं बने तो न्यू रिवर व्यू रोड पर क्रूज रेस्टोरेंट तैराने या फिर बोटिंग सपना ही रह जाएगा। नदी किनारे 60 करोड़ के 4 एसटीपी का काम धीमा चल रहा है। दरअसल, गर्मियों में सूखी बेजान हो जाने वाली अरपा में गंदे पानी का बहाव बचा रहता है। लोगों की जनभावनाओं से जुड़ी अरपा नदी में 12 महीने पानी रखने के लिए एक के बाद एक तीन बैराज बन चुके हैं, लेकिन गंदे पानी की सफाई की मूल समस्या बनी हुई है। पानी रोकते ही गंदगी सतह पर पहुंची 23 नवंबर को बिलासपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने अरपा किनारे लेजर शो का कार्यक्रम आयोजित किया। सीएम विष्णुदेव साय इस मौके पर पहुंचे। कार्यक्रम रात को था, इसलिए लोगों को चकाचक रेशनी ही नजर आई, अगली सुबह दिन के ऊंजाले में अरपा में गंदगी तैरती नजर आई। अरपा रिवाइवल प्लान कागजों में अरपा नदी में पानी का बहाव रखने के लिए पिछले 20 वर्षों में 200 करोड़ रुपए से अधिक खर्च हो चुके हैं। नदी की सफाई के लिए भी करोड़ों रुपए खर्च हो चुके हैं। 60 करोड़ की लागत से अभी चार एसपीटी पर काम चल रहा है, परंतु सबके सब अधूरे हैं। दोमुंहानी स्थित नगर निगम के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट जिसकी क्षमता 54 एमएलडी की क्षमता का 25 फीसदी उपयोग हो रहा है। इसी तरह 17 एमएलडी क्षमता वाले चिल्हाटी एसटीपी की शत-प्रतिशत क्षमता का उपयोग नहीं हो पा रहा है। गौर करने वाली बात यह है कि एनजीटी ने हर एक निकाय को नाले, नालियों के गंदे पानी के उपचार के बिना उसे नदी तालाब में छोड़ने पर रोक लगाने के आदेश दिए हैं। तो अकेले 350 करोड़ पेनाल्टी भरना पड़ेगा ​​​​​​​एनजीटी के आदेश का उल्लंघन करने पर प्रति नाला 5 लाख की पेनाल्टी निर्धारित की गई। इससे समझा जा सकता है कि यदि एनजीटी ने सख्ती बरती तो 70 नाले, नालियों के हिसाब नगर निगम को हर महीने 350 करोड़ रुपए की पेनाल्टी भरना पड़ सकती है। बैराज कई बने पर पानी की सफाई का इंतजाम नहीं हुआ अरपा नदी में बारहों महीने पानी का बहाव रखने के लिए कांग्रेस और भाजपा दोनों ही सरकार ने कई योजनाएं बनाईं। सबसे पहले तत्कालीन सीएम अजीत जोगी (अब स्वर्गीय) के कार्यकाल में दोमुंहानी में बैराज बनाया गया। भूपेश बघेल के कार्यकाल में शनिचरी और शिव घाट के पास दो स्थानों पर पानी रोकने के लिए बैराज लगभग पूर्णता की ओर है। इन सबके बावजूद पानी की सफाई के लिए काम नहीं हो पाया। अरपा रिवर फ्रंट को लेकर कई घोषणाएं हाल ही में नगर विधायक अमर अग्रवाल ने अरपा रिवर फ्रंट उद्यान का भूमिपूजन किया। इस दौरान दावा किया गया कि​​​​​​​, अरपा किनारे जल्द ही फूड कोर्ट, गार्डन, वाटर स्पोर्ट्स, सिनेमा छ.ग. की पहली रिवर क्रूज रेस्टोरेंट, इंडोर वाटरफॉल की व्यवस्था की जाएगी। घोषणा के मुताबिक पीपीपी मॉडल पर एम्युजमेंट पार्क और देश का पहला कवर्ड और ओपन ट्रापिकल गार्डन बनाया जाएगा। इसके लिए बिलासपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने अहमदाबाद की इसीएचटी कांग्लोमेराट कंपनी को पीपीपी मॉडल पर काम सौंपा है। एसटीपी मार्च तक बनेगा: कमिश्नर अरपा में क्रूज रेस्टोरेंट क्या गंदे पानी में तैरेगा ? इस सवाल के जवाब में नगर निगम कमिश्नर अमित कुमार कहते हैं कि मार्च तक अरपा किनारे निर्माणाधीन सभी एसटीपी बन कर तैयार जाएंगे। उन्होंने बताया कि डब्ल्यूआरडीए के अंतर्गत चल रहे बैराज निर्माण का कार्य अधूरा है, हालांकि नदी में पानी भरने का ट्रायल हो चुका है। इसके बावजूद बारिश के बाद बोटिंग, क्रूज रेस्टोरेंट चलाने का टारगेट है। कमिश्नर ने दावा किया क्रूज रेस्टोरेंट को साफ पानी में तैराने की कवायद जल्दी ही पूरी जाएगी। उन्होंने बताया कि अरपा फ्रंट की योजना डेढ़ साल में पूरी होगी, लेकिन नदी किनारे एसटीपी से नाले के पानी की सफाई का काम इससे पहले पूरा हो जाएगा।

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