मानव तस्करीः नाबालिगों को यूपी ले जाने वाले तीन गिरफ्तार:उदयपुर में चार लड़कियों व दो लड़कों को लालच देकर ले जा रहे थे युवक
सरगुजा जिले के उदयपुर क्षेत्र से ज्यादा मजदूरी देने का लालच देकर चार नाबालिग लड़कियों एवं दो लड़कों को यूपी ले जाने के मामले में पुलिस ने तीन युवकों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने लड़कियों को दो दिनों पूर्व उदयपुर बस स्टैंड पर देखकर उन्हें पकड़ा। मामले में नाबालिगों का बयान दर्ज किया गया। सभी बिना परिजनों की जानकारी के यूपी जा रहे थे। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में एक यूपी का निवासी है। तीनों आरोपियों को जेल भेज दिया गया है। जानकारी के मुताबिक, उदयपुर पुलिस ने 24 दिसंबर की शाम छह नाबालिगों को उदयपुर बस स्टैंड के पास बरामद किया। संदेह होने पर नाबालिग लड़कियों से पूछताछ की गई तो उन्होंने परिजनों को जानकारी दिए बिना ईंट भट्ठे में काम करने के लिए उत्तरप्रदेश जाने की जानकारी दी। पुलिस ने सभी नाबालिगों को सीडब्लूसी को सौंप दिया था। सीडब्लूसी ने नाबालिग लड़कियों एवं लड़कों का बयान दर्ज किया एवं उन्हें परिजनों को सौंप दिया। अधिक मजदूरी का दिया था झांसा
मामले में उदयपुर पुलिस ने जांच शुरू की तो पता चला कि उत्तरप्रदेश के अंबेडकरनगर निवासी रामजीत प्रजापति द्वारा पंचायत सानीबर्रा के नाबालिगों को ईंट भट्ठे में काम करने पर अधिक मजदूरी देने का लालच दिया था। उसके साथी उदयपुर के तेंदुटिकरा निवासी राजेश चौहान एवं सानीबर्रा निवासी मंगलू राम ने नाबालिगों को मजदूरी के लिए यूपी जाने राजी किया था। पुलिस ने मामले में एक ग्रामीण की रिपोर्ट पर धारा 143(5) का अपराध दर्ज किया। तीनों आरोपी गिरफ्तार, जेल दाखिल
उदयपुर थाना प्रभारी कुमारी चंद्राकर ने बताया कि मामले में पुलिस ने आरोपी रामजीत प्रजापति (39) निवासी अंबेडकरनगर, उत्तरप्रदेश राजेश चौहान (23) निवासी तेंदुटिकरा, उदयपुर एवं मंगलू राम पंडो (48) निवासी सन्नीबर्रा, उदयपुर को गिरफ्तार किया। आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है। मानव तस्करी को लेकर सख्ती
सरगुजा में मानव तस्करी लंबे समय से मानव तस्करी का क्रम जारी है। कई बार मजदूरों को दूसरे राज्यों में बंधक बनाए जाने की घटनाएं भी सामने आई हैं। इसे देखते हुए सरगुजा जिला प्रशासन एवं पुलिस ने मानव तस्करी के मामलों में सख्ती शुरू कर दी है।