सरगुजा में मंदिर से भगवान की मूर्ति चोरी:दो सौ साल पुरानी थी पत्थर की मूर्ति, असामाजिक तत्वों का हाथ होने की आशंका
सरगुजा के ग्राम सिलसिला में स्कूल के पीछे स्थित ब्रम्ह मंदिर से भगवान ब्रम्ह के पत्थर की मूर्ति चोरी हो गई है। यह चोरी कब हुई, इसका पता नहीं चला है। चोरों ने मंदिर के पीछे सेंध लगाकर चोरी की घटना को अंजाम दिया। घटना में असामाजिक तत्वों का हाथ होने की आशंका है। मूर्ति चोरीे होने को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश है। मामला लुंड्रा थानाक्षेत्र का है। जानकारी के मुताबिक, सिलसिला के स्कूल के पीछे ब्रम्ह देव के पुराने मंदिर में चोरों ने सेंध लगाई और करीब दो फुट उंची पत्थर की मूर्ति उखाड़कर ले गए। इसकी जानकारी बैगा के मंदिर जाने पर हुई। मंदिर अकसर बंद रहता है। यहां बैगा ही पूजा करने के लिए जाते हैं और विशेष अवसरों पर सामूहिक पूजा का आयोजन होता है। दो सौ साल पुरानी है मूर्ति
ग्रामीणों ने बताया कि भगवान ब्रम्ह की मूर्ति पीपल पेड़ के पास स्वयं प्रगट मूर्ति थी। सालों तक यहां चबूतरा बनाकर पूजा किया जाता था। बाद में यहां छोटा मंदिर (देवस्थल) बना दिया गया। ग्रामीणों की मानें तो यह मूर्ति दो सौ साल से भी अधिक पुरानी हो सकती है। असामाजिक तत्वों का हाथ होने की आशंका
ग्रामीणों ने बताया कि लगभग 15 दिन पहले जब बैगा पूजा करने आए थे, उस दौरान भगवान की पत्थर की मूर्ति थी। घटना की सूचना पर गुरूवार को बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर जुटे और मंदिर स्थल पर पूजा पाठ कराया। ग्रामीणों ने बताया कि उक्त स्थल पर धर्म विशेष के लोगों द्वारा पूर्व में गंदगी किए जाने को लेकर विवाद हुआ था। आशंका है कि असामाजिक तत्वों ने जान-बूझकर पूजा स्थल के साथ छेडछाड़ की है। इसे लेकर ग्रामीणों में आक्रोश है। मौके पर लुण्ड्रा मंडल अध्यक्ष सतीश जायसवाल, पूर्व मंडल अध्यक्ष महेन्द्र सिंह भी पहुंचे। मामले की जांच के लिए सूचना रघुनाथपुर पुलिस चौकी को दी गई है। रघुनाथपुर पुलिस टीम मौके पर पहुंची। ग्रामीणों ने कहा कि वे मामले की जांच के लिए आवेदन सरगुजा एसपी को भी देंगे।