आबकारी घोटाला:पूर्व मंत्री कवासी के घर समेत 5 जगह छापे, दस्तावेज-कैश जब्त
प्रदेश के चर्चित 2000 करोड़ के आबकारी घोटाले में ईडी ने बड़ी कार्रवाई की है। टीम ने शनिवार सुबह पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा व उनके बेटे हरीश समेत उनसे जुड़े लोगों के ठिकानों पर छापेमारी की। टीम एक साथ रायपुर, सुकमा, धमतरी समेत आधा दर्जन जगहों पर सीआरपीएफ की फोर्स के साथ पहुंची। पूर्व मंत्री के समर्थक बंगले के बाहर इकट्ठे हो गए। ईडी ने कैश, दस्तावेज, मोबाइल समेत इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जब्त किया है। पूछताछ के लिए कुछ लोगों को हिरासत में लिया है। कुछ लोगों को समन जारी कर सोमवार को बुलाया गया है। जानकारी के अनुसार ईडी की टीम सुबह पूर्व मंत्री कवासी के धरमपुरा स्थित विधायक बंगला और सुकमा स्थित उनके दो मकान में छापेमारी की है। एक मकान में उनका बेटा जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश कवासी अपने परिवार के साथ रहता है। दूसरे मकान में भी उनके परिवार के सदस्य रहते हैं। सुकमा में ही ईडी ने नगर पालिका अध्यक्ष जगन्नाथ राजू साहू और ठेकेदार अभिषेक सिंह भदौरिया के ठिकानों में भी पहुंची। दोनों कवासी के करीबी है। रायपुर में कवासी के करीबी सुशील ओझा के चौबे कॉलोनी स्थित मकान में ईडी पहुंची, लेकिन ओझा घर पर नहीं थे। कांग्रेस नेता रामभुवन कुशवाहा के घर दबिश धमतरी में कांग्रेस नेता रामभुवन कुशवाहा के घर ईडी की टीम ने दबिश दी। टीम पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा के करीबी कुशवाहा के घर सुबह पहुंची। बंद कमरे में घंटों जांच-पड़ताल की। इस दौरान टीम ने रामभुवन कुशवाहा के घर से दस्तावेज, इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, हार्ड डिस्क सिस्टम को जब्त किया है। टीम कई जरूरी दस्तावेज लेकर लौट गई। आबकारी केस में पूर्व मंत्री का नाम
ईडी ने राज्य में 2000 करोड़ के आबकारी घोटाला में आईएएस, आईटीएस समेत एक दर्जन लोगों को गिरफ्तार किया है। ईडी ने राज्य सरकार को भी कार्रवाई के लिए प्रतिवेदन लिखा है। ईडी के प्रतिवेदन के आधार पर एसीबी-ईओडब्ल्यू ने भी 37 से ज्यादा लोगों पर केस दर्ज किया है। इसमें पूर्व मंत्री कवासी लखमा का भी नाम है। उन पर आरोप है कि हर माह 50 लाख रुपए कमीशन दिया जाता था। चर्चा है कि अधिकांश दस्तावेज में तत्कालीन आबकारी मंत्री कवासी लखमा का हस्ताक्षर है। इस आधार पर उन्हें आरोपी बनाया गया है। इसमें उनके तत्कालीन ओएसडी का नाम है, जिन्हें यहां भी छापे की चर्चा है। वह अभी बस्तर प्राधिकरण में ओएसडी के पद पर पदस्थ है। जांच के दायरे में कई ठेकेदारों को भी रखा है।