रायगढ़ में हाथी का आतंक…घूम-घूमकर 5 घरों को तोड़ा:धान के लिए बस्ती तक पहुंच रहा, जिले में 89 हाथी कर रहे विचरण
छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के लैलूंगा वन परिक्षेत्र में एक हाथी लोगों के डर का कारण बना हुआ है। रात होने के बाद हाथी बस्ती तक पहुंचता है, जिन घरों में धान रखा होता है, उसे तोड़कर धान खा रहा है। पिछले 6 दिनों में हाथी ने 5 घरों को तोड़ दिया। धरमजयगढ़ वन मंडल के लैलूंगा वन परिक्षेत्र में 4 हाथी विचरण कर रहे हैं, लेकिन इसमें एक हाथी रात में घरों को तोड़ता है। बीती रात भी होर्रोगुड़ा में पहुंच गया । यहां रहने वाला आनंद गुप्ता के घर की दीवार को तोड़ दिया। बताया जा रहा है कि अब तक हाथी ने छातासराय के भागीरथी गुप्ता, चिरईखार गांव के किशन यादव, नकटामर गांव के कृष्णा यादव और संतोषी गुप्ता के घर की दीवार तोड़ दी है। धान खाने 12 बार पहुंचा हाथी धान खाने व जिस घर में महुआ रखा हुआ है। वहां बार बार पहुंच रहा है। ऐसे में संतोषी यादव के घर में करीब 10-12 बार हाथी पहुंचा। बताया जा रहा है कि संतोषी के घर बार बार हाथी के आने से उसे वन अमला ने हाथी राहत कैंप में ठहराया था, लेकिन वह शनिवार को वापस अपने घर चले गई। जिले में 89 हाथी कर रहे विचरण बताया जा रहा है कि जिले में 89 हाथी विचरण कर रहे हैं। धरमजयगढ़ वन मंडल के लैलूंगा रेंज में 4 हाथी हैं, लेकिन इसमें एक हाथी बार-बार घर तोड़ रहा है। जिसे देखते हुए एसडीओ ने हाथी मितान दल का गठन किया है। प्रभावित गांव में मुनादी करने के अलावा हाथी के आने पर बचाव का उपाए कर रहे हैं। घर की दीवार से दूर सोने की सलाह लैलूंगा सब डिविजन के एसडीओ एमएल सिदार ने बताया कि लैलूंगा रेंज में हाथी के इस रवैया को देखते हुए ग्रामीणों को घर के अंदर दीवार से दूर सोने की सलाह दी जा रही है।