सातधार में डूबे नाबालिग का 48 घंटे बाद मिला शव:चट्टानों के बीच फंसा, धमतरी से दोस्तों के साथ घूमने आया, नहाने के दौरान हादसा
छत्तीसगढ़ में दंतेवाड़ा जिले के बारसूर में इंद्रावती नदी के सातधार में डूबे 13 साल के नाबालिग का तीसरे दिन शव मिल गया है। दंतेवाड़ा और जगदलपुर की SDRF की टीम लगातार 48 घंटे से खोजबीन में लगी हुई थी। वहीं आज शनिवार की सुबह करीब 7 बजे चट्टानों के बीच शव फंसा हुआ मिला, जिसे निकालकर पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवा दिया गया है। मामला बारसूर थाना क्षेत्र का है। दोस्तों के साथ करीब 7 बजे धमतरी से बारसूर पहुंचा जानकारी के मुताबिक, नाबालिग का नाम यश कुमार साहू (13) है। जो गुरुवार (26 दिसंबर) की सुबह दोस्तों के साथ करीब 7 बजे धमतरी से बारसूर पहुंचा था। वहीं सातधार जाने वाले मार्ग पर लगे नाका को इन्होंने खुद खोला और जल प्रपात की तरफ चले गए थे। जहां सभी नहाने के लिए पानी मे उतरे। जिसके बाद नाबालिग एकाएक गहरे पानी में चला गया और डूब गया। नहाने के दौरान हुआ था हादसा हालांकि, उसे ढूंढने की कोशिश की गई लेकिन वह नहीं मिला। जिसके बाद उसके साथ आए लोग पास में ही स्थित CRPF 195 बटालियन के कैंप पहुंचे। डूबने की जानकारी दी गई। वहीं फौरन CRPF और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। गुरुवार दंतेवाड़ा SDRF और स्थानीय युवाओं की टीम खोजबीन में लगी हुई थी। जिसके बाद शुक्रवार को जगदलपुर की SDRF की टीम को भी बुलाया गया था। जगदलपुर और दंतेवाड़ा की टीम खोजबीन में जुटी थी जगदलपुर और दंतेवाड़ा की टीम के करीब 20 से ज्यादा सदस्य और स्थानीय ग्रामीण समेत पुलिस के जवान नाबालिग की तलाश में जुटे रहे। वहीं 48 घंटे बाद यानी आज शनिवार की सुबह करीब 7 से 8 बजे के बीच शव को ढूंढ लिया गया। ASP आरके बर्मन ने बताया कि शव मिल गया है। SDRF, स्थानीय युवाओं और पुलिस की टीम लगातार शव ढूंढने लगातार जुटी हुई थी। शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भिजवाया गया है। पानी का फ्लो कम लेकिन गहराई ज्यादा दरअसल, जिस जगह नाबालिग डूबा है वहां इंद्रावती नदी के पानी से ही जल प्रपात बना है। फिलहाल पानी का फ्लो कम है, लेकिन गहराई ज्यादा है। इससे पहले भी यहां हादसे हो चुके हैं।