6 राज्यों में किया 13 करोड़ का सायबर फ्राॅड:रायगढ़ पुलिस ने 3 आरोपियों को कलकत्ता से किया गिरफ्तार, शेयर ट्रेडिंग के नाम पर मोबाईल में लिंक भेजकर ठगते थे करोड़ों रूपए

छत्तीसगढ़ के रायगढ़ पुलिस ने कलकत्ता से 3 सायबर फ्राॅड के आरोपियों को गिरफ्तार किया है। ये आरोपी देश के अलग अलग राज्यों में शेयर ट्रेडिंग के नाम पर सायबर फ्राॅड की घटना को अंजाम देते थे और 6 राज्यों में 13 करोड़ 92 लाख 65 हजार 734 रूपए का फ्राॅड कर चुके थे। इस संबंध में मामले का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल ने बताया कि तमनार थाना क्षेत्र के सावित्री नगर में रहने वाला गोपाल कृष्ण शर्मा फैक्ट्री का रिटायर्ड कर्मचारी है। 6 जून को उसके मोबाईल पर एक व्हाट्सअप नंबर से शेयर मार्केट में हाई रिटर्न देने वाला ग्रो एप डाउनलोड करने के लिए मैसेज आया। जब गोपाल ने एप डाउनलोड करने की कोशिश की, तो वह डाउनलोड नहीं हुआ। इसके बाद उसी नंबर से उसे लिंक भेजा गया। जिसको गोपाल ने मोबाईल पर डाउनलोड किया। बताया गया इंटरनेशनल एकाउंट है
तब उसे मोबाईल पर ही मैसेज के माध्यम से बताया गया कि यह एक इंटरनेशनल एकाउंट है। इसमें वह अपर सर्किट के शेयर तथा आईपीओ खरीद बेच सकता है। जिसमें हर दिन उसे 10-50 प्रतिशत का लाभ मिलेगा। इसके बाद एप के माध्यम से 11 जून से 3 जुलाई तक अलग अलग खातो में रूपए रूपए ट्रासंफर कराए गए। 3 जुलाई को उसके पोर्टल में 5 करोड़ 94 लाख 18 हजार 711 रूपए दिखने लगा।
इस तरह ठग लिए 1 करोड़ रूपए से अधिक
तब गोपाल ने रूपए निकालने के लिए प्रक्रिया की, तो उसके एकाउंट में रूपए ट्रांसफर नहीं हुए और गोपाल ने शेयर मार्केट के लिए ठगों द्वारा बनाए गए व्हाट्सअप ग्रुप में रूपए विड्राल नहीं होने का मैसेज पोस्ट किया। तब उसे मैसेज द्वारा ही बताया गया कि कुल प्राॅफिट का 15 प्रतिशत पर्सनल इंकम टैक्स के रूप में जमा करना होगा, जो 72 लाख 1 हजार 817 रूपए है और टैक्स की राशि जमा नहीं करने पर रूपए नहीं निकाल सकेगा। इस तरह बार बार गुमराह कर ठगों ने उससे 1 करोड़ 12 लाख 43 हजार 913 रूपए ठगी कर लिए। जांच में 3 आरोपियों की पहचान हुई
थाना में रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पुलिस ने मामले में अज्ञात आरोपी के खिलाफ अपराध दर्ज कर जांच शुरू की और जिन खातों में रूपए ट्रांसफर हुए थे। उनकी जानकारी ली गई। जिसमें रूपए इनोवेटिव नाम के खाते में 33 लाख रूपए क्रेडिट होना पाया गया जो संचालक गौरहरी मंडल का है। जांच में आरोपियों की पहचान की गई और पश्चिम बंगाल राज्य में होना पाया गया।
कलकत्ता से आरोपियों को गिरफ्तार किया
जिसके बाद तमनार थाना के साथ सायबर टीम व अन्य थानों के जवानों संयुक्त टीम को पश्चिम बंगाल, झारखंड व बिहार भेजा गया। जिस पर कार्रवाई करते हुए पश्चिम बंगाल के रायचैधरी बगान वार्ड नं 6 में रहने वाला गौरहरी मंडल उम्र 54 साल, बलवानबारी निवासी मैदुल शेख उम्र 35 साल, कोलकाता वेस्ट बंगाल के पाईप पारा, मोईत मंच निवसी चंदन उर्फ बाबू कहार उम्र 34 वर्ष को कलकत्ता से गिरफ्तार किया गया। रिकार्ड खंगालने पर पता चला और भी कर चुके ठगी
इसके बाद पकड़े गए आरोपियों का अपराधिक रिकार्ड खंगाला गया, तो पता चला कि आरोपियों ने छत्तीसगढ़ राज्य के तमनार के अलावा तमिलनाडु, मुबंई, केरल, कलकत्ता, असम में कुल 9 ऐसे घटनाओं को अंजाम देकर 13 करोड़ रूपए से अधिक की ठगी की घटना को अंजाम दिया था। आरोपियों के पास से भारतीय स्टेट बैंक के कुल 35 खाते, 7 मोबाईल फोन, 1 लैपटाॅप, 3 एटीएम, 1 क्रेडिटकार्ड, 78 लाख के चेक की छायाप्रति जब्त की गई है।
बड़े नेटवर्क का खुलासा की संभावना
पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल ने बताया कि मामले में आरोपियों से पूछताछ के बाद अन्य आरोपियों के नाम भी सामने आ सकते हैं। जिसके बाद उन्हें पकड़कर बड़े नेटवर्क के खुलासे की संभावना है। अलग अलग राज्यों में आरोपियों ने करोड़ों रूपए की सायबर फ्राॅड की घटना को अंजाम दिया था।
इन राज्यों में इतने रूपए की ठगी 1. जिला नगांव, आसाम में 3 लाख 78 हजार 800 रूपए की ठगी। 2. जिला कृष्णागिरी तमिलनाडु में 1 करोड़ 60 लाख 70 हजार रूपए की ठगी। 3. थाना भवानीपुर, जिला कोलकाता साउथ डिवीजन में 2 करोड़ 3 लाख 74 हजार रूपए की ठगी। 4. थाना भवानीपुर, जिला कोलकाता साउथ डिवीजन में 1 करोड़ 95 लाख 49 हजार रूपए की ठगी। 5. जिला कोजिकोड, केरल में 4 करोड़ 73 लाख 14 हजार रूपए की ठगी। 6. जिला बांद्रा वेस्ट, मुम्बई में 33 लाख 78 हजार 955 रूपए की ठगी। 7. सायबर पुलिस थाना बृहनमुम्बई शहर में 1 करोड़ 46 लाख 22 हजार 66 रूपए की ठगी। 8. जिला मड़िपक्कम, चेन्नई तमिलनाडु में 63 लाख 35 हजार रूपए की ठगी। 9. रायगढ़ जिला के तमनार थाना क्षेत्र में 1 करोड़ 12 लाख 43 हजार 913 रूपए की ठगी।

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