दुर्ग युनिवर्सिटी में चल रही छात्रों से लूट की दुकान:परिसर के अंदर निजी जन सूविधा केन्द्र संचालित होने को लेकर कुलपति से शिकायत
हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग के परिसर के अंदर छात्र सुविधा केंद्र को संचालित कर वहां के स्टूडेंट्स से मनमानी फीस ली जा रही है। छात्रों को बाहर से ऑनलाइन फार्म भरने से मना करके उन्हें यह कहा जाता है कि वो विश्वविद्यालय में खुले छात्र सुविधा केंद्र में फार्म भरवाएं। इस मुद्दे को लेकर आप पार्टी ने कुलपति से शिकायत की है। आम आदमी पार्टी के जिला उपाध्यक्ष जसप्रीत सिंग ने बताया उन्हें लगातार छात्र यह शिकायत कर रहे थे कि हेमचंद यादव विश्वविद्यालय परिसर के अंदर निजी जन सूविधा केन्द्र खोला गया है। यहां बैठे संचालक बाहर से हैं। इनका विश्वविद्यालय से कोई लेना देना नहीं है। ना ही उन्हें यह दुकान आवंटित की गई है। छात्र जन सुविधा केंद्र में विश्व विद्यालय के छात्र, छात्राओं का एक्जाम फार्म, एडमिशन फार्म, माईग्रेशन फार्म, अंकसूची सुधार, अंकसूची गुमने का आवेदन जैसे ऑनलाइन काम किए जाते हैं। यहां इसके लिए कोई फीस निर्धारित नहीं है। संचालक अपनी मर्जी से फीस वसूल रहा है। जबकि यही काम यदि बाहर से कराया जाए तो वो आधे दर पर हो रही है। छात्र छात्राओं का कहना है कि वो गरीब परिवार और दूर गांव से यहां पढ़ने आते हैं। उनके पास इतने पैसे नहीं होते कि वो मनमाना फीस देकर अपना काम करवाएं। इसलिए छात्र जन सुविधा केंद्र की फीस निर्धारित होनी चाहिए। उन्हें मजबुरी में मनमानी फीस देनी पड़ रही है। आम आदमी पार्टी ने कुलपति को ज्ञापन कुलसचिव को ज्ञापन सौंपा और उनसे मांग की है कि इस छात्र सुविधा केंद्र को जल्द से जल्द बंद किया जाना चाहिए। ज्ञापन देने वालों में मुख्य रूप डॉ. एसके अग्रवाल, मेहरबान सिंह, सोनू यादव, मनीष मिश्रा और शिव शंकर मिश्रा सहित अन्य लोग मौजूद रहे। निजी व्यक्ति के नाम से ली जा रही है फीस आप पार्टी के नेताओं का आरोप है कि विश्वविद्यालय परिसर के अंदर तभी कोई दुकान या जन सुविधा केंद्र खुल सकता है, जब उसके लिए शासन से अनुमति मिली हो। यहां बिना किसी शासकीय स्वीकृति के निजी व्यक्ति छात्र जन सुविधा केंद्र चला रहा है। इतना ही नहीं उसके द्वारा जो ऑनलाइन फीस के पैसे लिए जा रहे हैं वो भी उसके निजी नाम पर लिए जा रहे हैं।