मां महामाया प्रवेश द्वार पर राजनीति, भाजपा दुबारा करेगी उद्घाटन:पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने किया था लोकार्पण, कांग्रेस ने कहा- निंदनीय
अंबिकापुर के मां महामाया मंदिर प्रवेश द्वार को लेकर कांग्रेस-भाजपा में जमकर राजनैतिक खींचतान की स्थिति बनी हुई है। मां महामाया मंदिर के भव्य प्रवेश द्वार का निर्माण 49.30 लाख रुपये की लागत से किया गया है। मंदिर के प्रवेश द्वार का लोकार्पण पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने 7 जनवरी को किया था। भाजपा इस प्रवेश द्वारा का फिर से लोकार्पण 15 जनवरी को करेगी। कांग्रेस ने भाजपा के इस कार्यक्रम की निंदा की है। मां महामाया मंदिर प्रवेश द्वारा के निर्माण के लिए राज्य शासन से स्वीकृति पूर्ववर्ती भूपेश सरकार के कार्यकाल में मिली थी। 49.30 लाख रुपये की लागत से राजस्थानी शैली में किया गया है। प्रवेश द्वार का लोकार्पण 07 जनवरी को पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने पूर्व मंत्री अमरजीत भगत, महापौर डा. अजय तिर्की सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति में विधिवत पूजा अर्चना कर की थी। भाजपा फिर से कराएगी लोकार्पण
07 जनवरी को मां महामाया प्रवेश द्वार के लोकार्पण कार्यक्रम में भाजपा नेता शामिल नहीं हुए और कार्यक्रम से दूरी बनाए रखी। अब भाजपा प्रवेश द्वार का लोकार्पण दुबारा 15 जनवरी को करेगी। इसके लिए भाजपा नेता शनिवार को प्रवेश द्वार में तैयारियों के लिए पहुंचे। भाजपा प्रवक्ता संतोष दास ने बताया कि प्रवेश द्वार का भव्य लोकार्पण मंत्री रामविचार नेताम, सांसद चिंतामणि महाराज एवं विधायकों की मौजूदगी में किया जाएगाा। भाजपा जिलाध्यक्ष भारत सिंह सिसोदिया ने बताया कि भाजपा इस कार्यक्रम को भव्य रूप में उत्सव की तरह आयोजन करेगी। कांग्रेस ने राजनीति पर की निंदा
पहले ही लोकार्पित हो चुके प्रवेश द्वार के फिर से लोकार्पण कार्यक्रम की कांग्रेस ने निंदा की है। निवर्तमान महापौर डा. अजय तिर्की ने कहा कि 07 जनवरी को लोकार्पण कार्यक्रम को लेकर निगम की निर्वाचित बाडी की पूर्ण सहमति थी। भाजपा सांसद एवं विधायकों की अनउपब्धता के कारण दो बार कार्यक्रम को टाला जा चुका था। उनसे चर्चा कर 7 जनवरी का कार्यक्रम तय किया गया था। डा. तिर्की ने कहा कि लोकार्पण कार्यक्रम में विधायक, सांसद के साथ आमंत्रित भाजपाईयों के साथ प्रशासनिक अमला भी नदारत रहा। सहमति के बावजूद भाजपाईयों ने कार्यक्रम का बहिष्कार किया। शून्य योगदान को छिपाने की कोशिश
जिला पंचायत उपाध्यक्ष आदितेश्वर सिंहदेव ने कहा है कि पूर्ववर्ती सरकार में मां महामाया प्रवेश द्वार के निर्माण के लिए निगम के प्रस्ताव पर प्रवेश द्वार के निर्माण की स्वीकृति मिली। इसके लिए पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने पहल की। भाजपाईयों का इसमें योगदान शून्य है। आदितेश्वर सिंहदेव ने कहा कि शून्य योगदान को छिपाने के लिए वे दुबारा प्रवेश द्वार का लोकार्पण कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं। उनके लिए मां महामाया के प्रति आस्था से अधिक राजनीति महत्व रखती है। राजपरिवार की कुलदेवी हैं मां महामाया
अंबिकापुर मां महामाया मंदिर के प्रति लोगों की अटूट आस्था है। मां महामाया सरगुजा राजपरिवार की कुलदेवी हैं और मंदिर की व्यवस्था की देखरेख भी राजपरिवार ही करता है। मंदिर के प्रवेश द्वार को लेकर पूर्व में भी राजनीति हो चुकी है।