मंडल अध्यक्षाें की नियुक्ति रद्द:भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बोले- 24 घंटे में सब सॉल्व होगा, 30 तक मंडल और जिलों के अध्यक्ष तय होंगे

छत्तीसगढ़ भाजपा के 450 से अधिक मंडलों में चुनाव चल रहे हैं। कुछ जगहों पर अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर बवाल हो गया। कार्यकर्ता बड़े नेताओं से भिड़ गए। विधायकों पर अपने लोंगों को तरजीह देने कार्यकर्ताओं का अपमान करने का आरोप लगा। इस वजह से भाजपा को कुछ जगहों पर मंडल अध्यक्षों की नियुक्ति को रद्द करना पड़ा। अब इस मामले में गुरुवार को डिप्टी CM अरुण साव और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष किरणदेव के बयान आए हैं। दोनों नेताओं ने कहा कि जहां भी विवाद हुआ है, वहां उसे जल्द ही सुलझा लिया जाएगा। रायपुर, गरियाबंद और गौरेला पेंड्रा मरवाही में मंडल अध्यक्षों की नियुक्तियों को लेकर विवाद की वजह से इसे रद्द किया गया है। हम गंभीर हैं
इस मामले को लेकर उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा- लगभग 477 मंडल हैं पार्टी के। सभी की बैठक होकर चुनाव की प्रक्रिया प्रारंभ हुई है। चुनाव जो पार्टी का अनुशासन है, उसके अनुरूप ही हुआ है। एक-आद स्थान पर छोटी-मोटी घटना की बात आई है। एक-आद घटना को संगठन ने गंभीरता से लिया है पर अधिकांश स्थानों पर सर्वानुमति से चुनाव मंडल अध्यक्षों के हुए हैं। 24 घंटे में सब सॉल्व होगा
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष किरणदेव ने कहा- मंडल अध्यक्षों का चुनाव बहुत ही स्मूदली शांतिपूर्ण और समन्वय के साथ हुआ है। उनका गठन हो चुका है । स्वाभाविक रूप से एक दो तीन जगहों पर कहीं ना कहीं ऐसी प्रॉब्लम आती है। बड़ा परिवार है। लेकिन एक चीज मैं बता दूं, हमारे संगठन में बैठकर समन्वय स्थापित करके और जो अच्छा होगा जो पार्टी के हित में होगा जो कार्यकर्ता के हित में होगा वह निर्णय तुरंत ले लिया जाएगा।
किरणदेव ने आगे कहा- इसलिए भारतीय जनता पार्टी को पार्टी विद डिफरेंट कहा जाता है। कहीं छोटी-मोटी बातें आती हैं तो उसे सॉल्व भी 24 घंटे के भीतर कर लिया जाता है। कांग्रेस के बयानों पर किरणदेव ने कहा- उनसे पूछिए संगठन चुनाव कराए हैं क्या, हर मुद्दे पर टिका टिप्पणी करना जरूरी नहीं है । जिस मुद्दे पर कोई लेना देना नहीं है, आपने कभी इस तरीके से संघटनात्मक गतिविधि नहीं की। हमारे परिवार में जो बात आई है उसे ठीक करना हमारा काम है हम कर लंेगे।
कांग्रेस बोली अनुशासन का ढोल फट गया
प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा में गुटबाजी के कारण मंडल चुनावों में कार्यकर्ताओं में जूतम पैजार मचा हुआ है। बस्तर से लेकर राजधानी तक कार्यकर्ता एक दूसरे के कपड़े फाड़ रहे है। भाजपा का संगठन चुनाव महज दिखावा है। भाजपा की अनुशासन का ढोल फट गया। भाजपा में लोकतंत्र नाम की चीज नहीं है लिफाफा तंत्र हावी है। मंडल अध्यक्ष बनने बोली लग रही है। ठाकुर ने आगे कहा- भाजपा आदतन लोकतंत्र विरोधी है यहां कार्यकर्ताओं की नहीं सुनी जाती है भाजपा के वरिष्ठ नेताओं की मनमानी चलती है और भाजपा कार्यकर्ता मुख दर्शक बने बैठे रहते हैं भाजपा मंडल अध्यक्ष चुनाव में गरियाबंद रायपुर दुर्ग राजनंदगांव सहित पूरे प्रदेश से कार्यकर्ताओं के द्वारा विरोध हो रहा है। भाजपा में ना कार्यकर्ताओं की सुनी जाती है ना उनसे पूछी जाती है तानाशाही चलता है।
ये है पूरा मामला
रायपुर, गरियाबंद, पेंड्रा और झाखरपारा में कार्यकर्ताओं के बीच हाथापाई तक की घटना हुई है। विवाद का वीडियो भी सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। रायपुर के माना मंडल अध्यक्ष के चुनाव के दौरान भाजपा मुख्यालय कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में हंगामा हुआ। कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया ​कि जिस भीमवंत निषाद को मंडल अध्यक्ष बनाया गया है वह कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आया है। नाराज कार्यकर्ताओं ने इस दौरान रायपुर ग्रामीण विधायक मोतीलाल साहू के सामने जमकर नारेबाजी भी की। गरियाबंद में मंडल अध्यक्ष की नियुक्ति के दौरान नाम बदल दिया। झाखरपारा में पहले उमाशंकर को मंडल अध्यक्ष बनाया गया, लेकिन बाद में भगवानों बेहेरा का नाम घोषित कर दिया गया। जिससे समाज के लोगों ने नाराजगी जताई। मरवाही दक्षिण के चुनाव के दौरान कार्यकर्ताओं के बीच विवाद की भी खबर सामने आई। इसके बाद रायपुर ग्रामीण के माना मंडल, बिरगांव मंडल, धरसींवा मंडल, गरियाबंद मंडल और बस्तर के कुछ अध्यक्षों की नियुक्ति रद्द हुई है। अब फिर से समिति इस पर विचार करेगी। 30 तक मंडल और जिला अध्यक्ष होंगे तय
किरणदेव ने कहा- हमें 30 तारीख तक मंडल और जिला अध्यक्षों की घोषणा करनी है वह निश्चित समय अवधि में हो जाएगा। मेरा दायित्व है कि सभी कार्यकर्ताओं को उचित सम्मान दूं, चाहे वह रात को 2:00 बजे आए मैं प्रयास करता हूं उनकी बात को सुनता हूं। हमारी टीम पूरी तरह से तैयार है नगरीय निकाय चुनावों में भी हमें जीत मिलेगी। निगम मंडल चुनाव को लेकर किरणदेव ने कहा- प्रदेश के पदाधिकारी या प्रदेश अध्यक्ष का उसमें इंवॉल्वमेंट नहीं है। हमारा जो नीचे से जो फीडबैक आता है, उसपर काम होता है। हमारी परंपरा है कि जिले में बैठकर मंडल के अध्यक्षों से मंडल के लोगों से बात करना, जो सर्वाधिक उपयुक्त हो पार्टी की दृष्टि से वह नाम आते हैं और उनकी घोषणा होती है।

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रायपुर में कांग्रेस से आए नेता को पद, पेंड्रा में विवाद, गरियाबंद में अचानक बदला नाम छत्तीसगढ़ भाजपा में मंडल अध्यक्षों की नियुक्तियों को लेकर कई जगह विवाद की स्थिति निर्मित हो गई है। रायपुर, गरियाबंद, पेंड्रा और झाखरपारा में कार्यकर्ताओं के बीच हाथापाई तक की घटना हुई है। विवाद का वीडियो भी सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है।पढ़ें पूरी खबर

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