राजनांदगांव पुलिस भर्ती परीक्षा घोटाले में एक और गिरफ्तारी:अंक बढ़ाने के आरोप में पुलिसकर्मी पकड़ाया, अब तक 15 लोग भेजे गए जेल
छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के निर्देश पर उप-मुख्यमंत्री और गृह मंत्री विजय शर्मा ने पूरी भर्ती प्रक्रिया को निरस्त कर दिया है। जांच में पता चला कि परीक्षा के दौरान मशीनों में छेड़छाड़ कर अभ्यर्थियों के अंक बढ़ाए गए। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल चैटिंग और गवाहों के बयान के आधार पर कार्रवाई करते हुए एक और पुलिसकर्मी को गिरफ्तार किया है। आरोपी पवन चौरे (34) को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राहुल देव शर्मा के अनुसार, अब तक इस मामले में कुल 15 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इनमें 7 पुलिस कर्मी, हैदराबाद की एक कंपनी के 5 तकनीशियन और 2 महिला अभ्यर्थी शामिल हैं। पुलिस की जांच अभी जारी है और अन्य दोषियों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी। राजनांदगांव पुलिस भर्ती परीक्षा घोटाले से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें कैंडिडेट्स ने भर्ती के लिए हर स्टेप पर पैसा दिया:छत्तीसगढ़ में पुलिस भर्ती घोटाले के सबूत वॉट्सऐप से मिले; रिश्वत ऑनलाइन दी गई छत्तीसगढ़ में पुलिस भर्ती घोटाले में एसआईटी ने अपनी जांच पूरी कर ली है। टीम अपनी फाइनल रिपोर्ट 15 जनवरी को सौंपेगी। इसमें शामिल पुलिसकर्मियों को मोबाइल से अहम सबूत मिले हैं। जांच में ये बात सामने आई है कि पुलिस भर्ती परीक्षा में जांच के हर स्तर पर पैसों का लेनदेन हुआ है। पढ़ें पूरी खबर