अंबेडकर अस्पताल की घटना, CCTV से क्लू:मदद कर मां का भरोसा जीता, फिर नवजात को चुराया, मां-बेटी अरेस्ट
बिलासपुर में 50 हजार में बच्चे को बेचने की फिराक में थी दोनों अंबेडकर अस्पताल (मेकाहारा) से शनिवार दोपहर 1 बजे 24 घंटे के नवजात को बड़ी प्लानिंग के साथ तीन लोगों के गैंग ने चोरी कर लिया। गिरोह में शामिल अधेड़ महिला और 25 साल की बेटी जचकी वार्ड में सुबह घुसी। थोड़ी देर में वहां के लोगों से घुली-मिलीं। इस दौरान आरंग के डोमा गांव की नीता रात्रे के बच्चे को बहाने से गोद में लेकर घुमाने लगी। शनिवार दोपहर करीब 1 बजे उसने नवजात की मां से कहा- इसकी बुआ गायत्री बाहर खड़ी है। बच्चे को टीका लगाने ले जाएगी। ये सुनकर मां और दादी सातो बाई ने बच्चा उसके हवाले कर दिया। मां-बेटी बच्चे को गोद में लेकर अस्पताल के बाहर आईं और ऑटो में बैठकर स्टेशन पहुंची। इस बीच, अस्पताल में बच्चा चोरी का हड़कंप मचने के बाद सीसीटीवी से जांच की गई, उसमें महिला बच्चे को गोद में ले जाते दिखी। पुलिस और अंबेडकर अस्पताल के सुरक्षा गार्ड की टीम आनन-फानन में स्टेशन पहुंची और डेढ़ घंटे के भीतर बच्चे का सुरक्षित रेस्क्यू कर दोनों महिलाओं को प्लेटफार्म नंबर-5 में पकड़ लिया। पुलिस के अनुसार दोनों की प्लानिंग उसे बिलासपुर में 50 हजार में बेचने की थी। मौदहापारा टीआई यमन देवांगन ने बताया कि आरंग डोमा निवासी नीता रात्रे (28) ने शुक्रवार रात अंबेडकर अस्पताल में एक बेटे को जन्म दिया है। वह स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग के वार्ड नंबर-6 के बेड नंबर-1 में भर्ती है। नीता के साथ सास सातो बाई रात्रे, ननद गायत्री डहरिया और ननदोई है। रात में भनपुरी निवासी रानी साहू(47) और उसकी बेटी पायल साहू (25) आए। वह वार्ड में घूमने लगी और नीता की सास के पास आकर बैठ गई। नीता के नंदन से भी रात में बातचीत किए। रानी ने झांसा दिया कि उसका बेटा भर्ती है। उसी के इलाज के लिए अस्पताल आए हैं। रात में बच्चे को गोद में भी ली। सुबह पायल ने बच्चे को दूध पिलाने का प्रयास किया। रानी और पायल नवजात के पास ही मंडराते रहे। दोपहर में नवजात की मां बाथरूम गई। रानी महिला के पास गई और बोली कि नवजात की बुआ उसे मंगा रही। यह बोलकर बच्चे को गोद में ले ली। आराम से रानी और पायल बच्चे को लेकर निकल गई। दोनों बच्चे को बिलासपुर में ले जाकर किसी जरूरतमंद को 50 हजार रुपए में बेचने वाले थे। दोनों महिलाओं के साथ एक युवक भी: पुलिस की प्रारंभिक पड़ताल में पता चला है कि दोनों महिलाएं के साथ कोई युवक भी था। हालांकि दोनों ने किसी और के इस घटना में शामिल होने से इंकार कर दिया है। लेकिन कुछ लोगों ने दोनों के साथ एक युवक को भी स्टेशन में देखा है, जो ट्रेन बैठकर आगे निकल गया। दोनों महिलाएं पुलिस को ज्यादा सहयोग नहीं कर रही है। घटना के संबंध में भी ज्यादा नहीं बता रही हैं। भास्कर insight मां की जुबानी पूरी कहानी नीता रात्रे ने दैनिक भास्कर को घटना की आपबीती बताई। उन्होंने बताया कि रात में रानी और पायल दोनों आए थे। मेरे बेड के आसपास थे। मेरी सास और ननद से बातचीत की। बच्चे को गोद में भी लिया। शनिवार को 1 बजे मुझे बाथरूम जाना था। सास को कहकर उनके साथ बाथरूम गई। उसी समय रानी और पायल आए। उनके साथ एक बच्ची (4-5 वर्ष) थी। वे वार्ड में शुक्रवार की रात से घूम रहे थे। वे आए और मुझसे कहा कि आपके बच्चे को उसकी बुआ टीका लगवाने बुला रही है। सास ने बेटी का नाम सुनकर कहा-ठीक है। आरोपियों ने बच्चा उठाया और आयुष्मान गेट से बाहर निकले। जब बुआ आई तो बच्चा नहीं था, तो उन्हें बच्चा चोरी होने का शक हुआ। तत्काल गार्ड और अस्पताल प्रबंधन को सूचित किया। मां, दादी और रिश्तेदारों का विश्वास जीता, बच्चे को खिलाया-पिलाया भी अपहरण करने वाली मां-बेटी शुक्रवार रात अंबेडकर अस्पताल आ गए फिर रात भर महिला वार्ड में घूमती रही। इस दौरान उन्होंने दादी, मां और बुआ से मेलजोल बढ़ाकर उनका विश्वास जीता। वह रातभर बच्चे को गोद में लेकर घूमती रही। सुबह बच्चे को दूध पिलाया और उसकी मां के उठने-बैठने व बाथरूम ले जाने में मदद की। दोपहर में मौका देखकर बच्ची को गोद में लिया। इस बीच दोनों बच्चे को लेकर चली गई। वार्ड में तैनात सुरक्षा गार्ड को हटाया गया
अंबेडकर अस्पताल के वार्ड की सुरक्षा में हुई चूक के लिए तैनात सुरक्षा गार्ड को हटा दिया है। प्रसूति वार्ड में भर्ती सभी से अपील की है कि किसी भी अनजान या अपरिचित लोगों से मेल- जोल न बढ़ाएं।
– डॉ. संतोष सोनकर, अधीक्षक, अंबेडकर अस्पताल