छत्तीसगढ़ के 10 नगर निगमों में प्रशासक नियुक्त:महापौर-सभापति का कार्यकाल खत्म; निकाय चुनाव तक यही संभालेंगे निगम की जिम्मेदारी
छत्तीसगढ़ सरकार ने 10 नगर निगमों में प्रशासक की नियुक्ति की है। नगरीय प्रशासन विभाग की ओर से अधिसूचना जारी कर दी गई है। महापौर का कार्यकाल खत्म होने के बाद अलग-अलग जिलों के कलेक्टर को नगर निगम के प्रशासक की जिम्मेदारी दी गई है। प्रशासक की नियुक्ति के साथ ही अब नगर निगमों में जोन अध्यक्ष, महापौर जैसे पद शक्तिविहीन होंगे। इन सभी नेताओं का कार्यकाल खत्म हो चुका है। इनकी जगह प्रशासक ही काम करेंगे। जारी की गई अधिसूचना के मुताबिक रायपुर नगर निगम के प्रशासक रायपुर के कलेक्टर होंगे। इसी तरह नगर निगम राजनांदगांव, बस्तर, बिलासपुर, धमतरी, दुर्ग, रायगढ़, मनेंद्रगढ़-भरतपुर-चिरमिरी, अंबिकापुर और कोरबा के लिए भी कलेक्टर प्रशासक बनाए गए हैं। अब आगे क्या होगा ये व्यवस्था महापौर के कार्यकाल खत्म होने के बाद निगमों में प्रतिनिधी नियुक्त करने की है। रायपुर नगर निगम के सभापति रह चुके प्रमोद दुबे ने प्रशासक व्यवस्था को लेकर दैनिक भास्कर को जानकारी देते हुए कहा- जैसे देश या प्रदेश में जब सरकारों का कार्यकाल खत्म हो जाता है तो गर्वनर या राष्ट्रपति का कंट्रोल होता है। इसी तरह निगमों में कार्यकाल खत्म होने के बाद कलेक्टर को या वरिष्ठ IAS अफसरों को जिम्मेदारी दी जाती है। दुबे ने बताया कि छत्तीसगढ़ में यह पहली बार नहीं है। इससे पहले भी प्रशासक नियुक्त किए गए हैं। रायपुर में गणेश शंकर मिश्रा, अजय नाथ जैसे अफसरों ने प्रशासक की जिम्मेदारी निभाई है। अब ये होगा कि जनप्रतिनिधि किसी भी मामले में नगर निगम से जुड़े फैसले नहीं कर पाएंगे। यह जिम्मा अब प्रशासक के पास होगा। जोन अध्यक्षों की शक्तियां अब नगर निगम आयुक्त के पास होगी महापौर स्तर के फैसले लेने की शक्तियां प्रशासक के पास होगी, जाे अब रायपुर या अन्य जिलों के कलेक्टर हैं।