ठगी का मामला:राजस्थान के एमए पास युवक फोन पर मुनाफे का झांसा देकर कर रहे ठगी
राजस्थान के एमए, बीए और 12वीं पास युवक ऑन लाइन ठगी का गैंग बनाया और लोगों को शेयर मार्केट में निवेश करने पर मोटे मुनाफे का झांसा देकर ठगी करने लगे। जालसाज गैंग ने लोगों को झांसा देने के लिए फर्जी एप बनाया है। उस एप को वे खुद हैंडल करते थे। उसी एप के माध्यम से गैंग मार्केट की स्थिति और शेयर की फर्जी ग्रोथ लोगों को दिखाते थे। इस गैंग ने रायपुर के स्क्रैप कारोबारी अतुज से 77 लाख की ठगी कर ली। ठगी करने के लिए उन्हें अपने टेलीग्राम ग्रुप में जोड़ा। उस ग्रुप में शेयर मार्केट में निवेश का झांसा दिया गया। इस दौरान जो उनके जाल में फंस गया वे उससे पैसे अलग-अलग खातों में जमा कराते थे। स्क्रैप कारोबारी की शिकायत पर पुलिस ने राजस्थान में छापा मारकर ठग गैंग के 5 सदस्यों को गिरफ्तार किया। पुलिस को उनका क्लू बैंक खातों से मिला क्योंकि पांचों ने कारोबारी के पैसे अपने-अपने खाते में ट्रांसफर करवाए थे। गिरोह का सरगना अभी फरार है। उसकी तलाश की जा रही है। पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी के बाद बताया कि राजस्थान भीलवाड़ा निवासी अभिषेक जैन (35), अजमेर के सुरेश गुर्जर (34), ओमप्रकाश सेन (38), सावर लाल (30) और जयपुर का बृजेश पटेल (30)अलग-अलग ठिकानों से पकड़े गए हैं। पांचों आरोपियों ने खाते में सीधा ट्रांजेक्शन कर लिया था। प्रारंभिक पूछताछ के बाद पुलिस ने बताया कि जालसाज गैंग ने ठगी शुरू करने के पहले बाकायदा ट्रेनिंग ली है। 2022 से वे देश के अलग-अलग राज्यों में ठगी कर रहे हैं। आरोपियों ने ठगी करने के लिए अजमेर में एक ऑफिस किराए पर लिया। वहां श्री इंटरप्राइजेस और इलाइट इंटरप्राइजेस के नाम से ऑफिस खोला। दोनों कंपनियों के नाम से खाते भी खुलवाए। फिर उसी ऑफिस में बैठकर ठगी करने लगे। वे सोशल मीडिया में लोगों की हैसियत का आंकलन करने के बाद उनके मोबाइल पर लिंक भेजते या फिर टेलीग्राम ग्रुप में जोड़ते थे। ग्रुप में रोज शेयर मार्केट में निवेश से संबंधित वीडियो पोस्ट करते। फिर अपने लोगों से मैसेज करवाते थे कि उन्हें एक लाख का मुनाफा हुआ है। कोई 50 लाख मुनाफे का मैसेज करता था। इस दौरान जो उनके झांसे में आ जाते थे। उन्हें एप डाउनलोड करवाने के बाद ऑनलाइन पैसा जमा करवाते थे। आरोपियों को खुद नहीं शेयर मार्केट की जानकारी पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार पांचों आरोपियों ने खुद शेयर मार्केट में कभी खुद कोई निवेश नहीं किया है। उन्हें मार्केट की भी जानकारी नहीं है। ठगी के लिए उन्होंने यू ट्यूब पर वीडियो देखकर शेयर मार्केट की जानकारी ली और लोगांे को झांसा देने लगे। आरोपियों ने ठगी से मिलने पैसे से राजस्थान में मकान और जमीन खरीदी है। रिश्तेदारों का खुलवाया खाता
आरोपियों ने ठगी के लिए रिश्तेदारों के नाम से बैंक में खाता खुलवाया है। उसी में ठगी का पैसा जमा कराते थे। ओमप्रकाश और सावर लाल का काम खातों की व्यवस्था करना था। आरोपियों से 11 पासबुक जब्त की गई है। उसमें 10 करोड़ से ज्यादा का ट्रांजेक्शन मिला है। पुलिस ने खाता को फ्रीज करने बैंक को मेल किया है। इन खातों में जमा हुआ पैसा
आरोपी अभिषेक जैन के बैंक ऑफ बड़ौदा के खाते में 2200.., ओमप्रकाश के आईडीएफसी बैंक, सावर आईडीएफसी, श्री इंटरप्राइजेज के खाते में पैसा जमा किया है। पुलिस मोहसिन खान, गंगाराम और कृष्णा ट्रेडर्स के मालिक की तलाश कर रही है।