सरगुजा में अमेरा खदान से संगठित कोयला चोरी, 33 गिरफ्तार:पुलिस ने कोयला चोरी रोकने चलाया अभियान, प्रतिबंधात्मक कार्रवाई भी की गई
सरगुजा जिले के लखनपुर क्षेत्र में अमेरा खदान से ग्रामीणों द्वारा संगठित होकर कोयला चोरी करने के मामले में पुलिस ने कार्रवाई की है। पुलिस ने रविवार को खदान क्षेत्र में घुसे 33 ग्रामीणों को पकड़ा है। इनमें 18 महिलाएं एवं 15 पुरूष शामिल हैं। ग्रामीणों के खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की गई है। सरगुजा के लखनपुर क्षेत्र में ग्रामीणों द्वारा खदान में समूह में घुसकर कोयला चोरी की जा रही है। अमेरा खदान में कुछ दिनों से ग्रामीण संगठित होकर कोयला चोरी कर रहे थे। चोरी का कोयला आसपास के ईंट भट्ठा संचालकों को बेचा जा रहा था। खदान के सुरक्षाकर्मियों को ग्रामीणों द्वारा मारने-पीटने की धमकी दी जाती है। सुरक्षाकर्मी भी कोयला चोरी नहीं रोक पा रहे हैं। 33 ग्रामीणों के खिलाफ कार्रवाई
सरगुजा एसपी योगेश पटेल ने कोयला चोरी रोकने के लिए कार्रवाई का निर्देश दिया। सरगुजा पुलिस के 50 अधिकारी-कर्मचारियों की टीम रविवार को अमेरा पहुंची। खदान में 33 ग्रामीण कोयला चोरी करने के लिए पहुंचे थे और बोरियों में उनके द्वारा कोयला भरा गया था। मौके से पुलिस ने ग्रामीणों को गिरफ्तार किया। कोयला चोरी के लिए ग्रामीण बाइक और साइकिल लेकर पहुंचे थे। पुलिस ने मौके से 25 बाइक और 40 साइकिलें जब्त की है। कई ग्रामीण पुलिसकर्मियों को आता देख भाग निकले। प्रतिबंधात्मक कार्रवाई, भरवाया बांड
पुलिस ने मौके से 1.5 टन कोयला जब्त किया है। लखनपुर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 170/126,135 बीएनएस के तहत कार्रवाई करते हुए उन्हें एसडीएम कोर्ट में पेश किया गया, जहां सभी के विरुद्ध बाउंडओवर की कार्रवाई भी की गई है। कार्रवाई में लखनपुर थाना प्रभारी अश्वनी सिंह, उदयपुर थाना प्रभारी कुमारी चंद्राकर सहित अन्य पुलिस अधिकारी-कर्मचारी शामिल थे। माफियाओं पर कार्रवाई नहीं
कोयला तस्करी के मामले में सिर्फ ग्रामीणों पर हर बार कार्रवाई की जाती है। संगठित कोयला चोरी कराने वाले माफियाओं और ईंट भट्ठा संचालकों पर पुलिस या प्रशासन ने कार्रवाई नहीं की है।