वक्फ बोर्ड अध्यक्ष के सामने मुस्लिम समुदाय के 2गुट भिड़े:जमकर चले लाठी-डंडे, 15 घायल; कार्यकारिणी मुतवल्ली के चयन को लेकर हुआ विवाद

छत्तीसगढ़ के महासमुंद छत्तीसगढ़ राज्य वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. सलीम राज के सामने मुतवल्ली की शिकायत करने पहुंचे मुस्लिम जमात पर दूसरे गुट के लोगों ने जमकर लाठी, डंडे और राड चलाए हैं। इसमें दोनों पक्षों के करीब 15 लोगों को चोट आई है। वहीं पुलिस ने बलवा, जान से मारने की धमकी, मारपीट और गाली गलौज का अपराध दर्ज किया है। सोमवार को महासमुंद दौरे पर पहुंचे छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. सलीम राज पहुंचे थे। अध्यक्ष के आगमन को लेकर मुस्लिम जमात ने जगह-जगह उनका स्वागत किया। डॉ. सलीम राज लभराखुर्द स्थित सर्किट हाउस पहुंचे थे। यहां वे प्रेस कॉन्फ्रेंस ले रहे थे। इसी बीच कार्यकारिणी मुतवल्ली जमील, राजू चौहान और उनके साथी प्रेस कॉन्फ्रेंस हाल में मुस्लिम जमात के साथ विवाद शुरू हो गया। विवाद बढ़ा तो मारपीट भी शुरू हो गई। इसके बाद मुतवल्ली के साथियों और मुस्लिम जमात के बीच लाठी-डंडे और राड चलने शुरू हो गए। दोनों ही पक्ष एक-दूसरे को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। वही परिसर में खड़ी कार को क्षतिग्रस्त कर दिया गया। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों ही पक्ष को शांत कराया और घायलों को इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज भेजा। जानकारी के अनुसार मुस्लिम जमात में सदर मुतवल्ली का कार्यकाल समाप्त हो गया है। निकट भविष्य में जिसका चुनाव होना है। लेकिन वक्फ बोर्ड ने जमील राजू चौहान को कार्यकारिणी मुतवल्ली बना दिया गया। मुस्लिम जमात अनेक लोगों को इसकी जानकारी नहीं होने पर सभी लोग मिलकर वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. सलीम राज से जमील राजू चौहान की शिकायत करने पहुंचे थे। इसी दौरान मुतवल्ली उनके साथी और मुस्लिम जमात के लोगों के बीच वाद-विवाद शुरू हुआ और बात मारपीट तक जा पहुंची। मुस्लिम जमात से इशाक चौहान की रिपोर्ट पर जमील राजू चौहान, जावेद चौहान, जाहिद चौहान, नईम खान, युनूश राजवानी, नासीर खान एवं अन्य साथी के खिलाफ पुलिस बलवा, जान से मारने की धमकी, गाली गलौज और मारपीट का अपराध दर्ज किया है।। छत्तीसगढ़ राज्य वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. सलीम राज का कहना है बहुत ही निंदनीय घटना है। उन्होंने कहा कि मस्जिदों को राजनैतिक अखाड़ा बना दिया गया है। मस्जिदों को तो कम से कम राजनीति से दूर रखना चाहिए। उन्होंने इस बीच प्रशासन पर भी आरोप लगाते हुए कहा कि प्रशासन को तीन दिन पहले ही दौरा कार्यक्रम की जानकारी दे दी गई थी। वक्फ बोर्ड का जहां भी संपत्ति को लेकर दौरा रहता है विवाद की स्थिति बनी रहती है। सुरक्षा व्यवस्था रखना चाहिए था। एसडीओपी अजय शंकर त्रिपाठी का कहना है दोनों पक्षों के बीच वर्चस्व की लड़ाई थी। दोनों पक्षों के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध किया गया है। सूचना मिलते ही मौके पर टी आई पहुंच गए थे

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