प्री-मैच्योर डिलीवरी यानी बच्चे का समय से पहले पैदा होना। ऐसे बच्चों में कमजोरी के अलावा कई तरह की दिक्कतें हो सकती हैं। प्री-मैच्योर डिलीवरी के मामलों को घटाने के लिए वैज्ञानिकों ने रिसर्च की है। रिसर्च कहती है, ऐसी प्री-मैच्योर डिलीवरी का खतरा घटाना है तो गर्भवती माएं शुरुआत से ही कुछ देर धूप में बिताएं। ऐसा करने से 10 फीसदी तक इस तरह की डिलीवरी रोकी जा सकती हैं।

रिसर्च करने वाली एडिनबर्ग यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों का कहना है, स्कॉटलैंड में गर्भवती महिलाएं धूप में बहुत कम ही निकलती हैं। ऐसी महिलाओं में 10 फीसदी प्री-मैच्योर डिलीवरी का खतरा बना रहता है। इससे बच्चे की मौत का खतरा बढ़ता है।

गर्भवती महिलाओं के लिए धूप क्यों जरूरी है, यह कैसे काम करती है, धूप में कब बैठें और इसके क्या फायदे हैं, जानिए इन सवालों के जवाब

प्रेग्नेंसी में धूप क्यों है जरूरी, पहले इसे समझें

पहली वजह: शोधकर्ता डॉ. साराह स्टॉक कहती हैं, प्री-मैच्योर डिलीवरी को रोकने के लिए धूप एक नई तरह का उपाय है। सूरज की धूप शरीर पर पड़ने पर स्किन से नाइट्रिक एसिड निकलती है और बढ़ा हुआ ब्लड प्रेशर घटने लगता है।
दूसरी वजह: प्रेग्नेंसी की शुरुआत से ही कुछ मिनट धूप में बैठने पर महिलाओं की कोख में ब्लड का सर्कुलेशन बेहतर होता है। इसके अलावा विटामिन-डी की कमी भी पूरी होती है। इसे भ्रूण में हड्डियां, किडनी, हार्ट और नर्वस सिस्टम का बेहतर विकास होता है।
तीसरी वजह: डॉ. साराह कहती हैं, धूप के कारण धमनियां रिलैक्स रहती हैं, इनमें तनाव पैदा नहीं होता। इससे प्रेग्नेंसी में बाधाएं आने का खतरा कम हो जाता है।

ऐसे हुई रिसर्च
धूप और प्रेग्नेंसी के कनेक्शन को समझने के लिए शोधकर्ताओं ने मैटरनिटी केयर से 4 लाख मांओं और 5 लाख बच्चों को डाटा लिया गया। ये ऐसी मांएं थीं जिनकी डिलीवरी 24 हफ्ते में हुई थी। ऊटा यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों का कहना है, ऐसे समय पर पैदा होने वाले बच्चों में मौत का खतरा मात्र 50 फीसदी ही रहता है।

रिसर्च में सामने आया कि प्रेग्नेंसी के शुरुआती दौर में धूप में बैठने वाली महिलाओं को ही फायदा मिलता है। जिन महिलाओं ने 0 से 13वें हफ्ते तक सूरज की हल्की किरणों के बीच कुछ मिनट बिताती हैं उनमें गर्भनाल से जुड़े खतरे कम हो जाते हैं। वहीं, 14 से 26 हफ्ते में धूप में निकलने वाली गर्भवती महिलाओं को इसका कोई खास फायदा नहीं हुआ।

बहुत ज्यादा धूप से बचें
डॉ. साराह के मुताबिक, ध्यान रखने वाली बात है कि बहुत ज्यादा देर धूप में रहने से स्किन डैमेज भी हो सकती है। इसलिए कुछ मिनट की धूप में बिताएं। बेहतर होगा सुबह की धूप में कुछ देर बैठें।

फ्रंटियर्स इन रिप्रोडक्टिव हेल्थ जर्नल में पब्लिश रिसर्च कहती है, धूप के फायदे को समझते हुए शोधकर्ता कृत्रिम प्रकाश पर रिसर्च कर रहे हैं। यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या कृत्रिम प्रकाश से भी धूप जैसे फायदे मिल सकते हैं या नहीं।

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