कांग्रेस पार्टी 2024 लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र की टॉप परफ़ॉर्मर बनी है. 17 सीटों पर चुनाव लड़ी और उनमें से 13 सीटों पर जीत हासिल की.
महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि कार्यकर्ताओं में बहुत जोश है. ख़ुशी ज़ाहिर कर रहे हैं, कमाल का परफॉरमेंस रहा. इस ख़ुशी को आगे बढ़ाना है. जीत की समीक्षा में यही समझते हैं कि श्रेय राहुल गांधी की दोनों यात्रा को जाता है, जिससे लोगों में जोश भरता हुआ दिखा. मेहनत रंग लायी. कन्याकुमारी से कश्मीर की यात्रा, हमारी गारंटी ये सब काम करती हुई दिख रही है.
2014 में कांग्रेस ने सिर्फ 2 सीटें जीती थीं. 2019 में मात्र एक सीट हासिल कर पाई थी. 2024 के चुनाव में कांग्रेस 13 सीटें जीतकर राज्य में नंबर वन पार्टी बन गई है. विदर्भ की सभी सीटें खासकर आदिवासी बेल्ट में गढ़चिरौली, चिमूर, चंद्रपुर, भंडारा गोंदिया, अमरावती में कांग्रेस ने जीत हासिल की है. रामटेक जैसी सीट भी कांग्रेस ने कई सालों बाद जीती है. मराठवाड़ा में भी कांग्रेस ने अपने पुराने गढ़ पर फिर से कब्जा कर लिया.
नांदेड में चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस के वरिष्ट नेता रहे अशोक चव्हाण ने पाला बदला और बीजेपी में चले गए. इस नांदेड़ सीट पर भी कांग्रेस ने फ़तह की. करीब 15 साल बाद लातूर सीट भी कांग्रेस जीती.
जालना लोकसभा सीट BJP का गढ़ मानी जाती है लेकिन इस बार कांग्रेस ने उलटफेर कर दिया. कांग्रेस के कल्याण वैजिनाथराव काले ने इस सीट से एतिहासिक जीत दर्ज की. इस सीट पर केंद्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे पाटिल का कब्जा था और वो कभी यहां से चुनाव नहीं हारे थे. तो वहीं कांग्रेस ने अपनी परंपरागत सीट नंदुरबार में भी जबरदस्त जीत दर्ज की. यहां बीजेपी 2014 और 2019 में बड़े अंतर से चुनाव जीती थी.
महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि महाराष्ट्र से बीजेपी को सत्ता से बाहर करना है तो कांग्रेस ही विकल्प है. बीजेपी मुक्त महाराष्ट्र होने में समय नहीं लगेगा, बैठेंगे और रणनीति तैयार करेंगे. विदर्भ, मराठवाड़ा,उत्तर और पश्चिम महाराष्ट्र. सभी जगह कांग्रेस का बेहतरीन प्रदर्शन हुआ है, बड़ी ताक़त के साथ सामने आयी है.
रणनीतिक विश्लेषक अनुराग त्रिपाठी ने कहा कि कांग्रेस के अच्छे दिन आये हैं, विदर्भ में कमाल की परफॉरमेंस, पंद्रह सालों से कांग्रेस गायब थी. विदर्भ में खासतौर से बाहर के कैंडिडेट भी आकर लड़ लेते थे. जैसे गुलाम नबी आजाद, नरसिम्हा राव, ऐसी सेफ सीटें रहीं यहां की कांग्रेस के लिए. लेकिन अब लंबे समय के बाद अच्छी वापसी हुई है. मुख्यमंत्री का चेहरा पहले उद्धव को माना जाता था. लेकिन अब गठबंधन में नाना पटोले भी बड़े दावेदार रहेंगे.