डॉक्टर ने दिया बयान: डॉ कुमार ने कहा, “करीब दो दिन पहले पुलिस उसे लेकर मेरे क्लीनिक पर आई और मैंने उसे पहचान लिया। मैंने अपना बयान दिया। जब वह मई के अंत में आया तो वह बेचैन था और थोड़ा आक्रामक दिख रहा था। वह फर्राटेदार अंग्रेजी में बात करता था। उसने मुझे बताया था कि वह गुड़गांव में आईटी सेक्टर में काम करता है।”
वहीं, श्रद्धा हत्याकांड के बारे में बात करते हुए पीएस मानिकपुर ने कहा, “पीड़िता के परिजनों ने थाना मानिकपुर में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। बाद में आफताब को दो बार पूछताछ के लिए बुलाया गया, उसने कहा कि वह और श्रद्धा अब साथ नहीं रहते हैं। आफताब का परिवार अब लापता है।”