अखिलेश यादव की प्रतिष्ठा थी दांव पर
बता दें कि मैनपुरी लोकसभा सीट को समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव की प्रतिष्ठा से जोड़कर देखा जा रहा था क्योंकि इससे पहले हुए लोकसभा उपचुनावों में रामपुर और आजमगढ़ सीट पर सपा की हार हुई थी और बीजेपी की जीत हुई थी। इसी कारण मैनपुरी, जिसे समाजवादी पार्टी का गढ़ माना जाता था, इसे बचाना समाजवादी पार्टी की साख के लिए बेहद जरूरी माना जा रहा था।