मनोनीत सदस्यों की नियुक्ति और खाली सीटों को भरे के जाने के बाद भाजपा के सदस्यों की संख्या 100 के करीब पहुंच सकती है। क्योंकि कुछ अपवादों को छोड़ दें तो आमतौर पर मनोनीत सदस्य अपने मनोनयन के छह माह के भीतर खुद को किसी दल से (सामान्यत: सत्ताधारी दल से) संबद्ध कर लेते हैं। विगत अप्रैल माह में हुए राज्यसभा चुनावों में असम, त्रिपुरा और नगालैंड में एक-एक सीटों पर जीत हासिल करने के बाद भाजपा अपने इतिहास में पहली बार उच्च सदन में 100 के आंकड़े पर पहुंची थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा सहित पार्टी के कई नेताओं ने इसे भाजपा की बड़ी उपलब्धि करार दिया था। राज्यसभा की 57 सीटों के लिए द्विवार्षिक चुनावों की घोषणा के बाद उत्तरप्रदेश, तमिलनाडु, बिहार, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश, ओडिशा, छत्तीसगढ़, पंजाब, तेलंगाना, झारखंड और उत्तराखंड में सभी 41 उम्मीदवारों को पिछले शुक्रवार को निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया गया था। इनमें भाजपा के 14 उम्मीदवार निर्विरोध चुने गए थे। भाजपा को उत्तर प्रदेश में तीन सीटों का फायदा हुआ।
वहां से उसके पांच सदस्य सेवानिवृत्त हुए थे जबकि उसके आठ सदस्य निर्वाचित हुए हैं। बिहार और मध्य प्रदेश में भाजपा को दो-दो सीटें और उत्तराखंड और झारखंड में एक-एक सीटें मिलीं। हरियाणा, राजस्थान, महाराष्ट्र और कर्नाटक की 16 सीट के लिए शुक्रवार को चुनाव हुए। इनमें से भाजपा महाराष्ट्र और कर्नाटक में तीन-तीन सीटें और हरियाणा और राजस्थान में एक-एक सीट जीतने में सफल रही।
भाजपा के बेहतर चुनाव प्रबंधन के कारण पार्टी के दो उम्मीदवार और उसके समर्थन वाले एक निर्दलीय उम्मीदवार ने कर्नाटक, महाराष्ट्र और हरियाणा में जीत हासिल की जबकि उनके जीतने की संभावनाएं बेहद कम थीं। इस प्रकार इन चार राज्यों में भाजपा को कुल आठ सीटें मिलीं। इस प्रकार कुल 57 सीटों में से 22 सीटों पर उसके उम्मीदवारों को जीत मिली। हरियाणा में निर्दलीय चुनाव जीतने वाले कार्तिकेय शर्मा को भाजपा और उसकी सहयोगी जननायक जनता पार्टी ने समर्थन दिया था। राजस्थान में भाजपा ने निर्दलीय उम्मीदवार सुभाष चंद्रा का समर्थन किया था लेकिन वह चुनाव हार गए।
RS चुनाव के परिणाम, एक नजर में:
महाराष्ट्र:
छह सीट- उम्मीदवार : सात (भाजपा के तीन, शिवसेना के दो, कांग्रेस का एक और राकांपा का एक) नतीजे
भाजपा : तीन
शिवसेना : एक
कांग्रेस : एक
राकांपा : एक
विजयी उम्मीदवार : पीयूष गोयल (भाजपा), अनिल बोंडे (भाजपा), धनंजय महाडिक (भाजपा), संजय राउत (शिवसेना), इमरान प्रतापगढ़ी (कांग्रेस), प्रफुल्ल पटेल (राकांपा)
हारने वाले उम्मीदवार : संजय पवार (शिवसेना)
राजस्थान :
चार सीट – उम्मीदवार : पांच (कांग्रेस के तीन, भाजपा का एक और भाजपा तथा आरएलपी के समर्थन वाला एक उम्मीदवार) नतीजे –
कांग्रेस : तीन
भाजपा : एक
विजयी उम्मीदवार : रणदीप सुरजेवाला (कांग्रेस), मुकुल वासनिक (कांग्रेस), प्रमोद तिवारी (कांग्रेस), घनश्याम तिवाड़ी (भाजपा)
हारने वाले उम्मीदवार : सुभाष चंद्रा (भाजपा और आरएलपी के समर्थन वाले निर्दलीय)
कर्नाटक :
चार सीट – उम्मीदवार : छह (भाजपा के तीन, कांग्रेस के दो और जद(एस) का एक) नतीजे –
भाजपा : तीन
कांग्रेस : एक
विजयी उम्मीदवार : निर्मला सीतारमण (भाजपा), जग्गेश (भाजपा), लहर सिंह सिरोया (भाजपा), जयराम रमेश (कांग्रेस)
हारने वाले उम्मीदवार : डी. कुपेंद्र रेड्डी (जद-एस), मंसूर अली खान (कांग्रेस)
हरियाणा :
दो सीट- उम्मीदवार : तीन (भाजपा का एक, कांग्रेस का एक और एक निर्दलीय) नतीजे –
विजयी उम्मीदवार : कृष्ण लाल पंवार (भाजपा), कार्तिकेय शर्मा (भाजपा-जजपा द्वारा समर्थित निर्दलीय)
हारने वाले उम्मीदवार : अजय माकन (कांग्रेस)