Gyanvapi Masjid Case : ज्ञानवापी मस्जिद में पहले दिन का सर्वे पूरा, वकील का दावा- ‘​उम्मीद के मुताबिक साक्ष्य मिले’

ज्ञानवापी मस्जिद में शनिवार को पहले दिन के सर्वे का काम शनिवार को पूरा हो गया है। दोपहर 12 बजे तक यह सर्वे का काम हुआ।

Gyanvapi Masjid Case : ज्ञानवापी मस्जिद में शनिवार को पहले दिन के सर्वे का काम शनिवार को पूरा हो गया है। दोपहर 12 बजे तक यह सर्वे का काम हुआ। पहले दिन 4 घंटे तक सर्वे का काम चला। इस दौरान हिंदू पक्ष के वकील ने दावा किया है कि सर्वे के दौरान हमारी उम्मीदों के मुताबिक साक्ष्य मिले। हालांकि अभी इनके बारे में कुछ नहीं बताया जा सकता। वकील कह रहे हैं कि यह मामला गोपनीय है। जो कोर्ट के समक्ष पेश किया जाएगा। वादी पक्ष के वकील ने कहा तहखानों के सर्वे का काम आधा हो गया, आधा कल होगा।

जानकारी के मुताबिक सर्वे टीम के साथ वादी-प्रतिवादी पक्ष भी परिसर में मौजूद थे। वहीं एहतियातन मस्जिद परिसर के आसपास बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स को तैनात किया गया। मस्जिद परिसर के 500 मीटर के दायरे में दुकानों को बंद कर दिया गया । एक किमी के दायर में 1500 से ज्यादा सुरक्षाकर्मियों को तैनात रहे।

चप्पे-चप्पे की वीडियोग्राफी

कोर्ट के आदेश के मुताबिक मस्जिद के चप्पे-चप्पे की वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी कराई गई। मस्जिद के तहखाने का भी सर्वे कराया गया। इस सर्वे को पूरा कराने की जिम्मेदारी डीएम और पुलिस कमिश्नर को दी गई थी। कोर्ट ने आदेश दिया था कि वादी, प्रतिवादी, वकील, एडवोकेट कमिश्नर और उनके सहायक भी सर्वे में मौजूद रहेंगे। कोर्ट के आदेश मुताबिक आज सुबह 8 बजे से दोपहर 12 बजे तक सर्वे का काम संपन्न हुआ।

17 मई को पेश करनी होगी सर्वे रिपोर्ट

कोर्ट ने आदेश दिया था कि एडवोकेट कमिश्नर अजय कुमार मिश्रा ही रहेंगे। वहीं कोर्ट ने विशाल सिंह और अजय सिंह को सहायक कोर्ट कमिश्नर नियुक्त किया है। कोर्ट ने पूरी सर्वे रिपोर्ट 17 मई को अदालत में पेश करने का आदेश दिया है। ज्ञानवापी मस्जिद प्रतिष्ठित काशी विश्वनाथ धाम के करीब स्थित है और स्थानीय अदालत महिलाओं के एक समूह द्वारा इसकी बाहरी दीवारों पर मूर्तियों के सामने दैनिक प्रार्थना की अनुमति मांगने से जुड़ी याचिका पर सुनवाई कर रही है।

ज्ञानवापी मस्जिद थी और हमेशा रहेगी: ओवैसी

ज्ञानवापी मस्जिद पर एआईएमआईएम के नेता असदुद्दीन ओवैसी ने बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि समाजवादी पार्टी और बहुजनसमाजवादी पार्टी के लोग खामोश हैं। ज्ञानवापी मस्जिद थी और हमेशा रहेगी। उन्होंने कहा कि 1991 के कानून का उल्लंघन हो रहा है। सारे दल मुस्लिमों को डरा रहे हैं।

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