यूपी के टॉप 45 माफिया की सूची में शामिल गोरखपुर का बाहुबली व कभी माफिया डॉन श्रीप्रकाश शुक्ल का साथी रहा पूर्व विधायक राजन तिवारी को बिहार के रक्सौल से गिरफ्तार कर लिया गया है। गोरखपुर की कैंट पुलिस व एसओजी की टीम मंगलवार रात से बिहार में डेरा डाले थी। टीम में शामिल कैंट थाने के विश्वविद्यालय चौकी इंचार्ज अमित चौधरी व एसओजी प्रभारी मनीष यादव ने बिहार पुलिस के मदद से राजन तिवारी को गुरुवार सुबह अरेस्ट किया। टीम उसे लेकर गोरखपुर के लिए रवाना हो गई है। देर शाम तक राजन को गोरखपुर कोर्ट में पेश किया जाएगा। वह नेपाल भागने की फिराक में थे।
गैंगेस्टर के मुकदमे में था वांछित
राजन तिवारी मोतिहारी के गोविंदगंज से विधायक रहा है। उसके खिलाफ बिहार और यूपी में कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। अकेले गोरखपुर में उस पर 36 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं। वह कैंट थाने में दर्ज गैंगेस्टर के मुकदमे में वांछित था और करीब 60 एनबीडब्ल्यू कोर्ट से जारी था। उसपर गोरखपुर पुलिस की तरफ से 20 हजार का इनाम भी था। पुलिस की तीन टीमें सीओ कैंट श्यामदेव बिंद की अगुवाई में लगातार एक महीने से दबिश दे रही थी।
मोतिहारी पुलिस को सूचना मिली कि राजन तिवारी नेपाल भागने की फिराक में है और वह मोतिहारी में छिपा हुआ है। इसकी सूचना यूपी पुलिस को दी गई। इसके बाद दोनों राज्यों की पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में उन्हें रक्सौल के हरैया ओपी थाना क्षेत्र से गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया गया। मोतिहारी के एसपी कुमार आशीष ने राजन तिवारी की गिरफ्तारी की पुष्टि की है। वहीं यूपी के गोरखपुर जिले के कैंट इंस्पेक्टर शशिभूषण रे ने भी राजन की गिरफ्तारी की पुष्टि की है।