राहुल गांधी की दोनों न्याय यात्रा ‘कांग्रेस तोड़ो, कांग्रेस छोड़ो’ साबित हुईं : शिवराज सिंह चौहान

शिवराज सिंह चौहान ने पश्चिम बंगाल में संदेशखाली की घटनाओं पर कांग्रेस की ‘चुप्पी’ पर भी सवाल उठाया और कहा, ‘क्या यह तुष्टिकरण की राजनीति नहीं थी?”

भोपाल: 

भाजपा के वरिष्ठ नेता शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को कहा कि 2022 और 2024 में राहुल गांधी के नेतृत्व में दो यात्राओं का कांग्रेस पर हानिकारक प्रभाव पड़ा क्योंकि पार्टी के कई नेताओं ने या तो पार्टी छोड़ दी या चुनाव हार गए.
गांधी के नेतृत्व वाली भारत जोड़ो न्याय यात्रा 16 मार्च को मुंबई में समाप्त हुई. एक दिन बाद, विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन ने महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में एक रैली में लोकसभा चुनाव के लिए अपना अभियान शुरू किया, जिसमें कई विपक्षी नेता शामिल हुए.

मध्य प्रदेश में विदिशा लोकसभा क्षेत्र से चुनाव मैदान में उतरे चौहान ने कहा कि गांधी द्वारा की गई दो यात्राएं ‘कांग्रेस तोड़ो, कांग्रेस छोड़ो’ साबित हुईं. मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चौहान ने कहा, ‘न्याय यात्रा ने कांग्रेस के साथ अन्याय किया. जहां-जहां गांधी की यात्राएं गुजरीं, वहां-वहां कांग्रेस (नेता) हार गए या उन्होंने पार्टी छोड़ दी.’

भारत जोड़ो यात्रा 2022 में कन्याकुमारी से केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर तक पैदल मार्च शामिल था. न्याय यात्रा जनवरी 2024 में मणिपुर के थौबल से शुरू हुई थी, जो 16 मार्च को मुंबई में समाप्त हुई. चौहान ने राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से यह स्पष्ट करने को भी कहा कि कांग्रेस ने अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह का निमंत्रण क्यों अस्वीकार कर दिया?

शिवराज सिंह चौहान ने पश्चिम बंगाल में संदेशखाली की घटनाओं पर कांग्रेस की ‘चुप्पी’ पर भी सवाल उठाया और कहा, ‘क्या यह तुष्टिकरण की राजनीति नहीं थी? चौहान ने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ लगातार अपमानजनक टिप्पणी कर रहे हैं. भाजपा नेता ने सोनिया गांधी के लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने पर भी कांग्रेस से जवाब मांगा.

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