मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव: महिला और OBC उम्मीदवारों को लेकर BJP और कांग्रेस के अपने-अपने दावे, जानें क्या हैं आंकड़ें
मध्यप्रदेश में महिला वोटर की संख्या 2.67 करोड़ है. यानी कुल 48.36 प्रतिशत लेकिन 230 सदस्यों वाली विधानसभा में मात्र 21 महिला विधायक ही हैं.
भोपाल:
हाल ही में नारी शक्ति वंदन अधिनियम देश की संसद में पारित हुआ, सर्वसम्मति से संसद में इसे पारित किया गया. विपक्षी दलों का ऐतराज सिर्फ इतना था कि इसे फौरन क्यों नहीं लागू किया जा सकता. उधर कांग्रेस जगह-जगह ओबीसी (OBC) की नुमाइंदगी को लेकर सवाल उठा रही है. मध्यप्रदेश में दोनों दलों ने लगभग अपने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया है तो देखते हैं इन दोनों बातों को कांग्रेस-बीजेपी ने कितना ध्यान रखा है. कांग्रेस ने मध्यप्रदेश के लिये 229 तो बीजेपी ने 228 नामों का ऐलान कर दिया है.
मध्यप्रदेश में महिला वोटर की संख्या 2.67 करोड़
मध्यप्रदेश में महिला वोटर की संख्या 2.67 करोड़ है. यानी कुल 48.36 प्रतिशत, लेकिन 230 सदस्यों वाली विधानसभा में बैठी मात्र 21 महिला विधायक ही हैं. यानी 10 प्रतिशत से भी कम, 11 बीजेपी से, 10 कांग्रेस से और एक बहुजन समाज पार्टी की महिला विधायक सदन में है. पिछले 3 विधानसभा चुनावों से बीजेपी 10 प्रतिशत, तो कांग्रेस 12 प्रतिशत महिलाओं को टिकट दे रही है. इस बार कांग्रेस ने 30 यानी 13 तो बीजेपी ने 28 यानी 12 फीसद महिलाओं को मैदान में उतारा है. बीजेपी ने अबतक 228 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया है, इनमें 69 ओबीसी हैं. बीजेपी ने 30 प्रतिशत ओबीसी को मैदान में उतारा है. वहीं कांग्रेस ने 62 ओबीसी को टिकट दिया है मतलब 27 प्रतिशत की भागीदारी कांग्रेस की तरफ से ओबीसी समुदाय को दी गई है.
बीजेपी ने क्या कहा?
बीजेपी, मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने कहा कि वीमेन एम्पावरमेंट को हमने बड़े पर्दे पर देखना चाहिए. आज़ादी 75 साल बाद इस देश की लगभग जो आधी आबादी होती है उसको 33 प्रतिशत टिकट का आरक्षण BJP ने दिया है हमारी जहाँ भी सरकार रही मध्य प्रदेश में लाड़ली लक्ष्मी से लाड़ली बहना महिला सशक्तिकरण के लिए जो मिसाल रही है भारतीय जनता पार्टी रही है. महिलाओं के सहभागिता बढ़ेगी एक समय ऐसा भी आएगा कि महिलाओं को पचास प्रतिशत टिकट दिए जाएंगे. भारतीय जनता पार्टी जिताऊ सीटों पर लड़ाती है. वहीं उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने उन सीटों पर ही महिलाओं को उतारा था जहां जीत की संभावना कम है. कांग्रेस ने उन्हें लॉलीपॉप दिया है. कांग्रेस ने उनके हित में जब याचिकाएं लगाने की बात की तो उसमें ख़ामोश रही आज भी अगर हम देखें तो भारतीय जनता पार्टी ने OBC वर्ग को कांग्रेस से अधिक टिकट दिया है. हमने 3 मुख्यमंत्री भी दिए हमने प्रधानमंत्री भी दिया इस वर्ग के साथ न्याय किया और कांग्रेस ने धोखा किया है.
कांग्रेस का बीजेपी पर हमला
कांग्रेस प्रवक्ता अब्बास हफ़ीज़ ने कहा कि हमने कहा था उस बिल को कि अभी लागू कीजिए. महिला आरक्षण के बिल को अगर वो लागू हो जाता तो सबके लिए ज़रूरी हो जाता कि वो टिकट महिलाओं को ज़्यादा देते. उसके बावजूद भी हर संभव प्रयास कांग्रेस पार्टी ने किया है जहाँ जहां भी महिला नेतृत्व है उनको टिकट देने की बात की जाए हमारे नंबर अभी भी ज़्यादा है. BJP से हमने 2018 में भी ज़्यादा महिलाओं को टिकट दिए थे BJP जो अपने उपलब्धि के तौर पर चीख चीखकर महिला आरक्षण बिल बता रही थी उनसे सवाल होना चाहिए कि क्यों उन्होंने इस तरह का अन्याय किया. कांग्रेस में महिला प्रत्याशी ज़्यादा है पर उनके कम क्यों है.