बच्चा चोरी मामले में कई बड़े अस्पताल CBI के रडार पर, कैसे किया जाता था चोरी? जांच जारी
सूत्रों के मुताबिक,चाइल्ड ट्रैफिकिंग (child trafficking ) मामले में सीबीआई के असिस्टेंट लेबर कमिश्नर के भी शामिल होने की जानकारी सामने आई है. वह भी इस सिंडिकेट का हिस्सा हो सकते हैं.
नई दिल्ली:
CBI ने देशभर में नवजात बच्चों की खरीद फरोख्त (Child Trafficking) में शामिल एक नेटवर्क का भंडाफोड़ कर 7 लोगों को गिरफ्तार किया है. दिल्ली और हरियाणा में 7 जगहों पर छापेमारी कर 3 नवजात बच्चों को तस्करों के चंगुल से छुड़ाया. गिरफ्तार 7 आरोपियों में 5 महिलाएं भी शामिल है. सीबीआई ने दिल्ली के केशवपुरम, रोहिणी समेत एनसीआर में कई जगह पर छापेमारी की थी. जांच में पता चला है कि इन बच्चों को अलग अलग घरों में लाकर बेचा जाता था. बच्चे किन अस्पतालों या मेडिकल सेंटरों से लाए जाते थे, क्या उन्हें चोरी किया जाता था या किसी और तरह से लाया जाता था इसकी जांच अभी की जा रही है. अब कुछ बड़े अस्पताल और आईवीएफ सेंटर सीबीआई की रडार पर हैं.
असिस्टेंट लेबर कमिश्नर से भी हो रही पूछताछ
सूत्रों के मुताबिक सीबीआई की रडार पर असिस्टेंट लेबर कमिश्नर भी हैं, उनके रोल का पता लगाया जा रहा है. सूत्रों का कहना है कि ये असिस्टेंट लेबर कमिश्नर इस सिंडिकेट का अहम हिस्सा हो सकते है, सीबीआई ने असिस्टेंट लेबर कमिश्नर को भी हिरासत में लिया है. छापेमारी के दौरान सीबीआई ने साढ़े आरोपियों के पास से 5 लाख रुपए भी बरामद किए. सीबीआई को अबतक की जांच से पता चला है कि आरोपी विज्ञापन के जरिए, फेसबुक पेज और व्हाट्सएप ग्रुप जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर देशभर के निःसंतान दंपतियों से जुड़ते हैं, ये वो लोग होते हैं जो बच्चा गोद लेना चाहते हैं.
4-6 लाख रुपए में होता था बच्चों का सौदा
आरोपी सिर्फ सगे माता-पिता से ही बच्चे का सौदा नहीं करते है बल्कि सेरोगेट माताओं से भी बच्चे खरीदते है. सीबीआई के मुताबिक एक नवजात बच्चे का सौदा 4 से 6 लाख रुपए में किया जाता है. जांच एजेंसी का कहना है कि ये आरोपी कथित तौर पर गोद लेने से संबंधित फर्जी दस्तावेज बनाकर कई निःसंतान दंपतियों से लाखों रुपये की ठगी करने में भी शामिल हैं. इस मामले में सीबीआई ने 10 आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
बच्चा चोरी करने वालों से हो रही पूछताछ
दिल्ली के केशवपुरम के एक घर से दो नवजात शिशुओं को सीबीआई की टीम ने छापेमारी के दौरान रेस्क्यू किया है. शुरुआती जांच में इस मामले को नवजात शिशुओं की खरीद फरोख्त का माना जा रहा है. फिलहाल सीबीआई की टीम मामले में बच्चों को बेचने वाली महिला और खरीदने वाले व्यक्ति से पूछताछ कर रही है. एनसीआर और दिल्ली में चाइल्ड ट्रैफिंकिंग के मामले में सीबीआई ने 7-8 बच्चों को रेस्क्यू किया है.
1 महीने में करीब 10 बच्चों का हुआ सौदा
गिरफ्तार किए गए लोगों में अस्पताल के वार्ड बॉय समेत कुछ महिलाएं भी शामिल हैं. सूत्रों के मुताबिक, चाइल्ड ट्रैफिकिंग मामले में सीबीआई के असिस्टेंट लेबर कमिश्नर भी शामिल होने की जानकारी सामने आई है और वो इस सिंडिकेट का हिस्सा हो सकते हैं.पिछले 1 महीने में करीब 10 बच्चों का सौदा किए जाने की जानकारी सामने आई है. इस तस्करी के तार कई राज्यों में फैले हुए हैं. इस मामले में कई बड़े अस्पताल CBI के रडार पर हैं.