बंगाल में फंदे से लटकते मिले भाजपा कार्यकर्ता के घर पहुंचे अमित शाह, सीबीआई जांच की मांग

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उत्तरी कोलकाता में बीजेपी कार्यकर्ता अर्जुन चौरसिया के घर जाकर उनके परिवारवालों से मुलाकात की और अर्जुन की मौत को साजिश करार दिया। साथ ही सीबीआई जांच की मांग की।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कोलकाता के चितपुर-कोसीपुर इलाके में भारतीय जनता पार्टी के एक कार्यकर्ता की मौत की निंदा की और घर पहुंचकर शोकाकुल परिवारवालों से मुलाकात की।  इस घटना को “राजनीतिक हत्या” कहते हुए अमित शाह ने घटना की सीबीआई जांच की मांग की है।

मिली जानकारी के अनुसार भाजपा कार्यकर्ता अर्जुन चौरसिया शुक्रवार 6 मई को एक खाली इमारत की छत से लटका पाया गया था। वह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के स्वागत के लिए एक बाइक रैली का नेतृत्व करने के लिए तैयार था। शाह पश्चिम बंगाल की दो दिवसीय यात्रा पर है।

अर्जुन की मौत को साजिश करार देते हुए घटना की निंदा करते हुए अमित शाह ने जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। पत्रकारों से बात करते हुए, अमित शाह ने कहा, “कल टीएमसी सरकार ने अपने कार्यकाल का एक साल पूरा किया। आज से राज्य में राजनीतिक हत्याओं का दौर शुरू हो गया है। भाजपा ने अर्जुन चौरसिया की हत्या की निंदा की। मैं पीड़ित परिवार से मिला, उसकी दादी को भी पीटा गया। भाजपा ने घटना की सीबीआई जांच की मांग की है।

अमित शाह ने कहा, “केंद्रीय गृह मंत्रालय ने घटना का संज्ञान लिया है और पश्चिम बंगाल सरकार से रिपोर्ट मांगी है।” केंद्रीय गृह मंत्री ने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल में डर का माहौल बनाने की कोशिश की जा रही है। कहा कि “बंगाल में, हिंसा और हत्या का उपयोग करके भय पैदा करने के लिए, विपक्ष की चुप्पी को शांत करने का प्रयास किया जा रहा है। यह डर का माहौल बनाने की साजिश है। ” उन्होंने दावा किया कि भाजपा हिंसा की राजनीति में विश्वास नहीं करती और हिंसा की राजनीति से नहीं डरती।

कानून व्यवस्था पर उठाए सवाल
अमित शाह ने पश्चिम बंगाल में कानून व्यवस्था की स्थिति पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, “किसी अन्य राज्य में इतने मामले सीबीआई को नहीं सौंपे गए हैं जैसे कि बंगाल में उच्च न्यायालय की अनुमति से। इससे हमें पता चलता है कि अदालत को बंगाल में कानून-व्यवस्था की स्थिति में विश्वास नहीं है।” उन्होंने कहा “मैंने शोक संतप्त परिवार के साथ विस्तृत बातचीत की। वे आहत हैं क्योंकि उन्होंने अपने बेटे को खो दिया, लेकिन वे प्रशासन के रवैये से भी आहत हैं।”

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