आपातकाल भारत के जीवंत लोकतंत्र पर एक काला धब्बा है… जर्मनी में भारतीय समुदाय के लोगों से बोले पीएम मोदी

पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा, मुश्किल से मुश्किल हालातों में भी भारत के लोगों का हौसला ही हमारी सबसे बड़ी ताकत है। पिछले साल हमने अब तक का सबसे ज्यादा निर्यात किया है।

जी-7 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए जर्मनी पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को म्यूनिख में भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित किया। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में आपातकाल से लेकर लोकतंत्र तक के मुद्दे पर बात की। पीएम मोदी ने कहा कि भारत के लोगों ने लोकतंत्र को कुचलने की सारी साजिशों का जवाब, लोकतांत्रिक तरीके से ही दिया।

भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘भारत के लोगों ने लोकतंत्र को कुचलने की सारी साजिशों का जवाब, लोकतांत्रिक तरीके से ही दिया। हम भारतीय कहीं भी रहें, अपने लोकतंत्र पर गर्व करते हैं। हर हिंदुस्तानी गर्व से कहता है, भारत मदर ऑफ डेमोक्रेसी है।’ प्रधानमंत्री ने आगे कहा, ‘आपातकाल का कालखंड भारत के जीवंत लोकतांत्रिक इतिहास में एक काले धब्बे की तरह है। लेकिन इस काले धब्बे पर सदियों से चली आ रही लोकतांत्रिक परंपराओं की श्रेष्ठता भी पूरी शक्ति के साथ विजय हुई।’

भारत के हर गांव तक बिजली पहुंची

पीएम मोदी ने आगे कहा, ‘आज 21वीं सदी का भारत, चौथी औद्योगिक क्रांति में, इंडस्ट्री 4.0 में, पीछे रहने वालों में नहीं बल्कि इस औद्योगिक क्रांति का नेतृत्व करने वालों में से एक है। सूचान प्रौद्योगिकी में, डिजिटल टेक्नॉलोजी में भारत अपना परचम लहरा रहा है। आज भारत के हर गांव तक बिजली पहुंच चुकी है। आज भारत का लगभग हर गांव, सड़क मार्ग से जुड़ चुका है। आज भारत के 99 फीसदी से ज्यादा लोगों के पास क्लीन कुकिंग के लिए गैस कनेक्शन है। आज भारत का हर परिवार बैंकिंग व्यवस्था से जुड़ा हुआ है।

आज का भारत करना ही का संकल्प रखता है

पीएम मोदी ने आगे कहा, आज का भारत ‘होता है, चलता है, ऐसे ही चलेगा’ वाली मानसिकता से बाहर निकल चुका है। आज भारत ‘करना है’ ‘करना ही है’ और ‘समय पर करना है’ का संकल्प रखता है। आज भारत में 90 फीसदी वयस्क आबादी को वैक्सीन की दोनों डोज़ लग चुकी हैं। 95 फीसदी वयस्क ऐसे हैं, जो कम से कम एक डोज़ ले चुके हैं। ये वही भारत है, जिसके बारे में कुछ लोग कह रहे थे कि सवा अरब आबादी को वैक्सीन लगाने में 10-15 साल लग जाएंगे।

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