“आपके बगल में बैठना पाप…”: यौन उत्पीड़न के आरोपों पर ममता ने राज्यपाल पर फिर बोला हमला

हुगली में एक रैली को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हिंदी और बंगाली के मिश्रण में कहा, “माननीय राज्यपाल, मेरी गलती क्या है? मुझे यह भी नहीं पता कि पूरी घटना क्या है?”

कोलकाता: 

यौन उत्पीड़न के आरोपों (sexual harassment allegations) को लेकर राज्यपाल सीवी आनंद बोस (Governor CV Ananda Bose) पर अपना हमला तेज करते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (West Bengal Chief Minister Mamata Banerjee) ने कहा है कि अगर वह चाहेंगे तो वह उनसे सड़कों पर मिलेंगी, लेकिन राजभवन नहीं जाएंगी, क्योंकि उनके बगल में बैठना अब “पाप” होगा. बृहस्पतिवार को यौन उत्पीड़न की घटना वाले दिन की सीसीटीवी फुटेज की स्क्रीनिंग का जिक्र करते हुए तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने आरोप लगाया कि इसे संपादित किया गया था. उन्होंने कहा कि उनके पास पूरी फुटेज के साथ-साथ और वीडियो वाली एक पेन ड्राइव भी है. यौन उत्पीड़न के आरोपों पर सीवी आनंद बोस ने ममता बनर्जी पर कटाक्ष करने के लिए ‘दीदीगिरी’ शब्द का इस्तेमाल किया था और कहा था कि “दीदीगिरी” नहीं चलेगी.

पेन ड्राइव में क्या है?
शनिवार को हुगली में एक रैली को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने हिंदी और बंगाली के मिश्रण में कहा, “माननीय राज्यपाल, मेरी गलती क्या है? मुझे यह भी नहीं पता कि पूरी घटना क्या है? राज्यपाल ने कहा था कि ‘दीदीगिरी’ नहीं चलेगी और मैं कहती हूं कि सही है. दादागिरी और दीदीगिरी नहीं चलेगी, लेकिन राज्यपाल, आपको पहले पद छोड़ना होगा. आप कौन होते हैं एक महिला को यातना देने वाले? मैंने सुना है कि उन्होंने कल प्रेस को बुलाया था. क्या उन्होंने पूरी सीसीटीवी फुटेज दिखा दी? मेरे पास सीसीटीवी फुटेज की एक कॉपी है. मुझे यह प्रेस के एक साथी से मिली है. संपादित कॉपी भी मेरे पास है. यौन उत्पीड़न की पूरी बात अभी तक सामने नहीं आई है. मुझे एक और वीडियो मिला है. एक पेन ड्राइव में और भी घटनाएं हैं… इसके बाद की घटनाएं.“ ममता ने कहा, “अगर वह मुझे राजभवन बुलाएंगे तो मैं नहीं जाऊंगी. अगर वह मुझे सड़कों पर मिलने के लिए बुलाएंगे तो मैं ऐसा करूंगी. लेकिन, घटनाओं के बारे में सुनने के बाद भी आपके बगल में बैठना पाप है.”

राज्यपाल बोले-गंदी राजनीति
आरोप सामने आने के बाद बोस ने बनर्जी पर निशाना साधा था और उन पर “गंदी राजनीति” करने का आरोप लगाया था. राज्यपाल ने कहा था, “मैंने हमेशा यह रुख अपनाया कि उनकी राजनीति मेरे बस की बात नहीं है और मैंने उस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया था. अब मेरे खिलाफ की गई अपमानजनक टिप्पणियों के कारण, मैं आपको यह बताने के लिए मजबूर हूं कि ममता बनर्जी की राजनीति गंदी है. फिर भी मैं भगवान से प्रार्थना करूंगा कि वह उन्हें बचा लें, लेकिन यह भगवान के लिए भी मुश्किल है. मैं राज्यपाल के प्रतिष्ठित पद पर इस ‘दीदीगिरी’ को कभी स्वीकार नहीं करूंगा.” बोस ने यौन उत्पीड़न के आरोपों से भी इनकार किया था और उन्हें “इंजीनियर्ड कथा” का हिस्सा बताया था.

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