“हवाई अड्डों पर होंगे वॉर रूम..”: उड़ान में देरी को लेकर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा
एक्स पर एक पोस्ट में, सिंधिया ने कहा, “यात्रियों की असुविधा को कम करने के लिए एयरलाइंस को जारी किए गए नए एसओपी या मानक संचालन प्रक्रियाओं की रूपरेखा तैयार की गई है.”
नई दिल्ली:
विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंगलवार को घरेलू और अंतरराष्ट्रीय वाणिज्यिक उड़ान संचालन में कोहरे के कारण होने वाली समस्याओं से निपटने के लिए छह-सूत्रीय कार्य योजना की घोषणा की है. इन दिनों कोहरे की वजह से सैकड़ों उड़ानें देरी से चल रही हैं या रद्द हो गईं हैं. एक्स पर एक पोस्ट में, सिंधिया ने कहा, “यात्रियों की असुविधा को कम करने के लिए एयरलाइंस को जारी किए गए नए एसओपी या मानक संचालन प्रक्रियाओं की रूपरेखा तैयार की गई है.”
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार के पास सभी छह मेट्रो शहरों के हवाई अड्डों की दैनिक रिपोर्ट है, साथ ही नागरिक उड्डयन महानिदेशालय के निर्देशों के कार्यान्वयन की रिपोर्ट भी है.
उन्होंने कहा कि दिल्ली हवाईअड्डे के रनवे 29एल को सीएटी III परिचालन में लाया गया है, जिससे ये कम दृश्यता परिदृश्यों के दौरान भी टेक-ऑफ और प्रस्थान को संभाल सके. साथ ही कहा कि रनवे 10/28 – सीएटी III स्थिति के साथ भी जल्द से जल्द चालू किया जाएगा.
कोहरे की वजह से विमानों के परिचालन में देरी
कोहरे की वजह से देरी को लेकर यात्रियों में भारी गुस्सा और तनाव है. यात्रियों को घंटों तक रनवे पर कतार में खड़े होकर विमान के अंदर बैठना पड़ा. रविवार रात को ये तब और भड़क गया, जब एक इंडिगो यात्री ने दिल्ली-गोवा उड़ान के कैप्टन पर हमला कर दिया, ये विमान 10 घंटे से अधिक की देरी से चल रही थी.
देश के उत्तर और पूर्वोत्तर क्षेत्र में बीते 15 दिनों में सुबह के दौरान कोहरे ने सड़क और रेल के साथ हवाई यातायात को गंभीर रूप से प्रभावित किया है. दिल्ली हवाई अड्डे पर सोमवार को पांच उड़ानों का मार्ग बदला गया, जबकि 100 से अधिक उड़ानों में देरी हुई.
इधर भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने घने कोहरे के कारण कई स्थानों पर दृश्यता का स्तर शून्य मीटर तक पहुंच जाने के बीच लोगों को अनावश्यक यात्रा से बचने और वाहन चलाते समय सावधानी बरतने की सलाह दी है.
उत्तर भारत में घने से बहुत घने कोहरे की स्थिति बनी रहने की आशंका
आईएमडी ने बताया कि अगले तीन दिन तक उत्तर भारत में घने से बहुत घने कोहरे की स्थिति बनी रहने की आशंका है. विभाग ने बताया कि अगले दो दिन तक उत्तरी मैदानी इलाकों में शीत दिवस से गंभीर शीत दिवस की स्थिति बनी रहेगी. आईएमडी के अनुसार, ‘‘देश के उत्तर पश्चिम क्षेत्रों में तीन दिनों तक शीत लहर से लेकर गंभीर शीत लहर की स्थिति जारी रहने की आशंका है.”