महाकाल में हंगामा करने वाले भाजयुमों कार्यकर्ताओं को मिली सजा, BJP ने ग्रामीण अध्यक्ष समेत 18 कार्यकर्ताओं को निकाला, दो पर FIR

उज्जैन के महाकाल मंदिर में सुरक्षाकर्मियों के साथ विवाद कर कर्मचारियों के साथ धक्का-मुक्की करने वाले कार्यकर्ताओं पर बीजेपी ने सख्ती दिखाई है। ग्रामीण अध्यक्ष समेत 18 कार्यकर्ताओं को पदमुक्त कर दिया।

महाकाल मंदिर में सुरक्षाकर्मियों के साथ विवाद कर कर्मचारियों को धक्के मार कर मंदिर में बैरिकेड तोड़कर हंगामा करने वाले भाजपाइयों पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा के निर्देश के बाद युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष वैभव पवार ने पहले कारण बताओ नोटिस दिया, संतोषजनक जवाब ना मिलने पर बड़ी कार्रवाई करते हुए भारतीय जनता युवा मोर्चा के सभी पदाधिकारी को पद मुक्त किया गया जिसमें नगर युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष अमय शर्मा ग्रामीण जिला अध्यक्ष नरेंद्र सिंह जलवा शामिल हैं।

महाकाल मंदिर में इस प्रकार की घटनाओं को लेकर कांग्रेसी भाजपा के प्रदेश नेतृत्व से सवाल कर रहे थे जिसको लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने भारतीय युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष वैभव पवार को इस मामले की सत्यता जानने के निर्देश दिए थे। युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष द्वारा पहले कारण बताओ नोटिस जारी कर पूछा गया संतुष्टिपूर्वक जवाब ना मिलने पर दो अध्यक्षों के साथ 18 कार्यकर्ताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया।

यह है मामला 

10 अगस्त बुधवार के दिन सुबह 11 बजकर 30 मिनट पर भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या के साथ भारतीय युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने महाकाल मंदिर के अंदर राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ फोटो खिंचवाने को लेकर मंदिर में जमकर गदर मचाया और हंगामा किया। जिसके कारण श्रद्धालुओं में अफरा-तफरी का माहौल बन गया था। नंदी हॉल में प्रवेश को लेकर महाकाल मंदिर के सुरक्षाकर्मियों ओर कर्मचारियों से अभद्रता कर उनके कपड़े तक फाड़ दिए गए और बैरिकेड गिराकर नंदी हाल में जबरन प्रवेश किया गया। वीडियो वायरल होने के बाद उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह के निर्देश पर महाकाल मंदिर समिति की ओर से महाकाल थाने में शिकायती आवेदन देने को कहा गया। जिसपर 2 लोगों के खिलाफ एफआईआर और अन्य अज्ञात कार्यकर्ताओं के खिलाफ मामला दर्ज करने के निर्देश दिए गए थे।

पूरे मामले में दो पर एफआईआर

महाकाल मंदिर में जबरन नंदी हाल में जाने का वीडियो वायरल होने के बाद देर शाम को महाकाल मंदिर समिति की और से एक शिकायती आवेदन दिया गया था। जिसके बाद वायरल वीडियो में फुटेज के आधार पर दो लोगों- वीरेंद्र और राघवेंद्र नामक युवक सहित अन्य अज्ञात कार्यकर्ता के खिलाफ धारा 353 में मामला दर्ज किया गया था।

बड़ा फैसला

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष वैभव पवार को सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे। इसके बाद वैभव पवार ने बड़ा फैसला लिया। उज्जैन महाकाल परिसर में दुर्व्यवहार के मामले में बीजेपी संगठन ने अनुशासनहीनता करने वाले भारतीय जनता युवा मोर्चा के नेताओ और कार्यकर्ताओं पर सख्त एक्शन लिया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed

बलरामपुर : 01 अप्रैल 2019 के पूर्व पंजीकृत वाहनों में हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रीकरण चिन्ह लगवाना अनिवार्य 01 अप्रैल 2019 के पूर्व पंजीकृत वाहनों में हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रीकरण चिन्ह लगवाना अनिवार्य बलरामपुर 22 जनवरी 2025/ जिला परिवहन अधिकारी ने बताया है कि कार्यालय परिवहन आयुक्त नवा रायपुर के द्वारा 01 अप्रैल 2019 के पूर्व पंजीकृत वाहनों पर हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रीकरण चिन्ह लगाये जाने के संबंध में आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश प्राप्त हुए हैं। इस संबंध में जिला परिवहन अधिकारी ने आम नागरिकों से कहा है कि जिनका भी वाहन 01 अप्रैल 2019 से पूर्व पंजीकृत है वह हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रीकरण चिन्ह अपने वाहन में लगवायें। अपने वाहनों में सिक्योरिटी रजिस्ट्रीकरण चिन्ह लगवाने के लिए परिवहन विभाग के वेबसाईट सीजी ट्रांस्पोर्ट डॉट जीओव्ही डॉट ईन में जाकर ऑनलाईन आवेदन कर अपने नजदीकी वाहन डीलर से 19 मार्च 2025 तक लगवा सकते हैं। निर्धारित तिथि तक हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रीकरणर चिन्ह नहीं लगवाने पर मोटर अधिनियम के तहत कार्यवाही की जाएगी। हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रीकरण चिन्ह लगवाने के लाभ जिला परिवहन अधिकारी ने बताया है कि हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रीकरण चिन्ह लगवाने से वाहन मालिकों को कई लाभ प्राप्त होते हैं। हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रीकरण चिन्ह नम्बर प्लेट सभी वाहन को एक यूनिक पहचान देते हैं, जिससे वाहन के मालिक का पता लगाना आसान होता है। साथ ही यह अपराधों के रोकथाम और जांच में मददगार होता है। हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रीकरण चिन्ह नम्बर प्लेट को निकाला नहीं जा सकता, जिससे वाहन चोरी होने की आशंका कम होती है। साथ ही कलर रिफ्लेक्टिव होते हैं, जिससे लाईट पड़ने पर अंक और अक्षर चमकते हैं और सीसीटीवी कैमरा में आसानी से चिन्हांकित हो जाता है।