“दलित शख्सियतों की उपेक्षा कतई सही नहीं…” : BSP सुप्रीमो मायावती ने कांशीराम के लिए मांगा ‘भारत रत्न’

मायावती ने कहा कि दलित और उपेक्षितों के मसीहा कांशीराम का इनके हितों में किया गया संघर्ष कोई कम नहीं है. इसलिए उन्हें भी ‘भारत रत्न’ दिया जाए.

नई दिल्ली: 

केंद्र सरकार ने शुक्रवार को पूर्व पीएम पीवी नरसिम्हा राव, पूर्व पीएम चौधरी चरण सिंह और कृषि वैज्ञानिक एमएस स्वामीनाथन को भारत रत्न (मरणोपरांत) देने का ऐलान किया है. इसके पहले 23 जनवरी को बिहार के पूर्व सीएम कर्पूरी ठाकुर (Karpoori Thakur) और 3 फरवरी को बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी (Lal Krishna Advani) के लिए ‘भारत रत्न’ सम्मान का ऐलान किया गया था. मोदी सरकार के इस ऐलान के बाद अब बहुजन समाज पार्टी (BSP)सुप्रीमो और यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने नई मांग छेड़ दी है.

मायावती ने बहुजन समाज पार्टी (BSP) के संस्थापक कांशीराम (Kanshi Ram)को ‘भारत रत्न’ देने की मांग की है. उन्होंने कहा है कि BJP सरकार ने 5 हस्तियों को ‘भारत रत्न’ से सम्मानित किया है, लेकिन दलित और उपेक्षितों के मसीहा कांशीराम का इनके हितों में किया गया संघर्ष कोई कम नहीं है. इसलिए उन्हें भी ‘भारत रत्न’ दिया जाए.

मायावती को X हैंडल से ट्वीट किया गया, “वर्तमान BJP सरकार द्वारा जिन भी हस्तियों को ‘भारत रत्न’ से सम्मानित किया गया है, उसका स्वागत है. लेकिन इस मामले में ख़ासकर दलित हस्तियों का तिरस्कार और उपेक्षा करना कतई उचित नहीं. सरकार इस ओर भी ज़रूर ध्यान दे.”

BSP सुप्रीमो ने कहा, “बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर को लंबे इंतजार के बाद वीपी सिंह जी की सरकार द्वारा ‘भारत रत्न’ की उपाधि से सम्मानित किया गया. उसके बाद दलित व उपेक्षितों के मसीहा मान्यवर कांशीराम जी का इनके हितों में किया गया संघर्ष कोई कम नहीं. उन्हें भी ‘भारत रत्न’ से सम्मानित किया जाए.”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीनों शख्सियतों को देश का सबसे बड़ा नागरिक सम्मान देने की जानकारी सोशल मीडिया पर उनकी तस्वीरों के साथ शेयर की. चौधरी चरण सिंह देश के पांचवें और नरसिम्हा राव नौवें प्रधानमंत्री थे. वहीं, कृषि वैज्ञानिक स्वामीनाथन को ‘हरित क्रांति’ का जनक कहा जाता है.

देश की भावनाओं को बखूबी समझते हैं पीएम मोदी- जयंत चौधरी
चौधरी चरण सिंह को ‘भारत रत्न’ देने पर उनके पोते जयंत चौधरी ने कहा, “मजा आ गया! बहुत बड़ा दिन है, मेरे लिए भावुक पल है, यादगार है. मैं राष्ट्रपति जी, केंद्र सरकार और विशेष तौर पर प्रधानमंत्री मोदी जी को धन्यवाद देता हूं. बहुत बड़ा संदेश पूरे देश में गया है। देश की भावनाएं सरकार के इस फैसले से जुड़ी हुई हैं. पीएम मोदी ने साबित किया है कि वे देश की भावनाओं और चरित्र को बखूबी समझते हैं.”

यूपीए सरकार ने नहीं दिया कोई पुरस्कार- एनवी सुभाष
नरसिम्हा राव के पोते एनवी सुभाष ने कहा, “PM मोदी ने पीवी नरसिम्हा राव को भारत रत्न से सम्मानित किया, जबकि वे कांग्रेस पार्टी से थे. 2004 से 2014 तक यूपीए सरकार जब सत्ता में थी, तब उन्हें भारत रत्न तो दूर, कोई पुरस्कार भी नहीं दिया गया.”

पिता के जीवित रहते मिलता सम्मान तो खुशी होती-सौम्या स्वामीनाथन 
कृषि वैज्ञानिक एमएस स्वामीनाथन को मरणोपरांत भारत रत्न देने पर उनकी बेटी डॉ. सौम्या स्वामीनाथन ने कहा, “मुझे यकीन है कि अगर यह खबर मेरे पिता के रहते आती तो उन्हें भी खुशी होती. उन्होंने कभी सम्मान के लिए काम नहीं किया. उन्होंने जमीन पर जो किया, उसके परिणामों से उन्हें अधिक प्रेरणा मिली.” बता दें कि सौम्या WHO की पूर्व चीफ साइंटिस्ट और DG रह चुकी हैं.

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